ये हैं 7 स्वदेशी जानवर, भारत के अलावा दूसरा कोई नहीं ठिकाना
Sharda singh
Mar 05, 2024
भारत आठवां सबसे अधिक जैव विविधता वाला देश है. यहां जानवरों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ दुनिया में कहीं और नहीं पाई जाती हैं.
संगाई हिरण
संगाई हिरण मणिपुर का राज्य पशु है. ऐसे में यह इस राज्य के लिए अद्वितीय भी है. यह एल्ड्स डियर की एक उप-प्रजाति है जिसे अंग्रेजी में मणिपुर ब्रो-एंटलर्ड डीयर भी कहते हैं.
नीलगिरि तहर
नीलगिरि तहर तमिलनाडु राज्य का राज्य पशु है. यह प्रजाति पश्चिमी घाट में लगभग 400 किमी के क्षेत्र में पाई जाती है जो केरल और तमिलनाडु राज्यों में पड़ता है. इसे छोटे पर मोटे फर और घुमावदार सींगों से पहचाना जा सकता है.
शेर की पूंछ वाला मकाक
यह जानवर दक्षिण भारत के पश्चिमी घाट में पाया जाता है. इसका नाम इसकी पूंछ के कारण पड़ा है, जो दिखने में शेर की पूंछ के समान होती है. यह दुनिया भर में मकाक की सबसे दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों में से एक है.
नीलगिरि ब्लू रॉबिन
नीलगिरि ब्लू रॉबिन एक पसेरिन पक्षी है जो मुख्य रूप से दक्षिणी भारत के घने जंगलों में पाया जा सकता है. यह पक्षी अपने मोटे सफेद पेट से पहचाने जाते हैं.
इंडियन जायंट स्क्विरल
यह दुनिया की सबसे बड़ी गिलहरी की प्रजाति है, जो सिर्फ भारत में पायी जाती है. यह गिलहरी सिर्फ अपने साइज के कारण ही नहीं बल्कि कई रंगों में होने के कारण भी आकर्षण का केंद्र बना रहता है.
एशियाई शेर
एशियाई शेर पैंथेरा लियो की एक प्रजाति है जो केवल भारत के जंगलों में पाए जाते हैं. यह गिर राष्ट्रीय उद्यान और गुजरात के आसपास के क्षेत्रों तक और कश्मीर में कुछ मात्रा में मौजूद हैं.
कश्मीरी हंगुल
यह लाल बारहसिंगा की एक उप प्रजाति है. पहले ये हिमाचल प्रदेश में भी पाए जाते थे, लेकिन इन्हें केवल जम्मू कश्मीर में ही देखे जा सकते हैं.