आखिर ताजमहल को क्यों कहा जाता है दुनिया का 7वां अजूबा?

मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया था.

ताजमहल का निर्माण 1632 में शुरू हुआ था और इसका निर्माण करीब 16 साल बाद 1648 में जाकर पूरा हुआ था.

ताजमहल इंडो इस्लामिक कब्रगाह वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है.

सफेद मार्बल से बनी इस इमारत के मुकाबले दुनिया में दूसरी कोई और इमारत नहीं है, इसलिए इसे 7 अजूबों में शामिल किया गया था.

इसे साल 2007 में दुनिया के 7वां अजूबा घोषित किया गया था.

वहीं, 1983 में UNESCO ने इसे विश्व धरोहर की श्रेणी में भी शामिल कर दिया था.

ताजमहल का डिजाइन उस्ताद अहमद लाहौरी ने तैयार किया था.

कहा जाता है कि करीब 20 हजार मजदूरों ने मिलकर ताज महल का निर्माण किया था.

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