फुल टाइम जॉब के साथ की तैयारी और बन गईं IAS अधिकारी

chetan sharma
Sep 20, 2023

UPSC Exam

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन सफलता प्रतिशत केवल एक प्रतिशत ही रहती है. इनमें से ज्यादातर ऐसे हैं जो कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च करते हैं.

अच्छी रणनीति जरूरी

UPSC परीक्षा को क्रैक करने की रणनीति के बारे में जानने का सबसे अच्छा स्रोत एक IAS अधिकारी की तैयारी के तरीकों के बारे में जानना है. तो यहां हम आपको एक आईएएस अधिकारी की सफलता की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के जरिए इस परीक्षा को पास किया.

कोचिंग लेनी चाहिए या नहीं?

UPSC की परीक्षा बहुत कठिन होती है. इसलिए ज्यादातर उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग करते हैं. इसके लिए उन्हें लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. उधर, इस परीक्षा को लेकर सर्जना यादव का अलग ही नजरिया था. एक इंटरव्यू में सर्जना ने कहा कि यह उम्मीदवार की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कोचिंग लेना चाहता है या नहीं.

खुद पर भरोसा

अगर आपको लगता है कि आपके पास पढ़ाई के लिए पर्याप्त मैटेरियल है और UPSC के लिए आपकी स्ट्रेटजी बेहतर है तो आप सेल्फ स्टडी पर भरोसा करके भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं.

इन्हें करनी चाहिए कोचिंग जॉइन

अगर किसी को लगता है कि वह क्लास के माहौल में बेहतर प्रदर्शन कर पाएगा तो उसे कोचिंग ज्वाइन कर लेनी चाहिए. हालांकि, अगर आप अपनी पढ़ाई के प्रति अनुशासित और ईमानदार हैं, तो सेल्फ स्टडी काफी बेहतर है.

सर्जना ने यहां से की है पढ़ाई

सर्जना यादव ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम करना शुरू किया.

जॉब के साथ तैयारी

अपनी फुल टाइम जॉब के साथ, सर्जना ने UPSC परीक्षा की तैयारी की, लेकिन वह पहले दो अटेंप्ट में सफल नहीं हुई.

नहीं मानी हार, छोड़ दी नौकरी

हार नहीं मानी और अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा. परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए सरजना ने 2018 में नौकरी छोड़ दी थी. साल 2019 में उन्होंने सिविल सेवा के इम्तिहान में ऑल इंडिया 126 वीं रैंक हासिल की.

सीमित किताबें पढ़ें

UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों से सर्जना कहती हैं कि अधिक किताबें पढ़ने की जगह उम्मीदवार को सीमित किताबें पढ़नी चाहिए. उम्मीदवार को उन किताबों को बार-बार पढ़ते रहना चाहिए. सर्जना का कहना है कि गूगल पर विषयों की जानकारी, वीडियो और ट्यूटोरियल मिल जाएंगे जिससे आपके मन में एक भी डाउट नहीं रहेगा.

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