4 व्हीलर लेने के लिए पर्सनल लोन क्यों बेस्ट, कैसे होगी 78000 की बचत?
Kriyanshu Saraswat
Aug 06, 2024
ऑटो सेक्टर तेजी से बढ़ा
पिछले कुछ सालों में ऑटो सेक्टर तेजी से आगे बढ़ा है. लोगों के बीच नई और सेकेंड हैंड दोनों तरह की कारें खरीदने का जबरदस्त क्रेज है.
100 बिलियन डॉलर के पार पहुंचेगा बाजार
एक रिपोर्ट से सामने आया है कि सेकेंड हैंड कारों का बाजार 2034 तक बढ़कर 100 बिलियन डॉलर को भी पार कर जाएगा.
क्या है लोन का सिस्टम
सेकेंड हैंड कारों का चलन तेजी से बढ़ा तो इसमें कई दिग्गज कंपनियां आ गई हैं. कुछ लोग यूज्ड कार खरीदने के लिए कार लोन लेते हैं. लेकिन यह आपको महंगा पड़ता है.
सेकेंड हैंड कार के लिए पर्सनल लोन
नई कार खरीदने के लिए तो किसी बैंक से व्हीकल लोन लेना तो सही है. लेकिन सेकेंड हैंड कार खरीदने के लिए व्हीकल लोन की बजाय पर्सनल लोन लेना चाहिए. आइए बताते हैं कैसे?
नई कार के लिए लोन
किसी भी बैंक की तरफ से नई कार खरीदने पर व्हीकल लोन की दर 8 से 9 प्रतिशत के करीब है.
14 से 18% के बीच ब्याज दर
लेकिन यदि आप सेकेंड हैंड के लिए लोन लेते हैं तो लोन की ब्याज दर बढ़कर 14 से 18 प्रतिशत के बीच पहुंच जाती है.
पर्सलन लोन पर ब्याज दर
आपकी यदि प्रोफाइल ठीक है तो आप यूज्ड कार खरीदने के लिए पर्सलन लोन ले सकते हैं. पर्सलन लोन पर ब्याज दर 10 से 12 प्रतिशत के बीच रहती है.
क्या है कैलकुलेशन
मान लीजिए आपने 5 साल के लिए 5 लाख का सेकेंड हैंड कार के लिए लोन लिया तो औसतन 16 प्रतिशत की दर से इसकी ईएमआई 12159 रुपये हुई. री-पेमेंट में कुल 7.3 लाख रुपये दिये.
6.52 लाख का री-पेमेंट
अब यदि आप इतनी ही रकम का पर्सनल लोन लेते हैं और औसतन उसकी ब्याज दर 11 प्रतिशत है. ऐसे में आपको 10871 रुपये की ईएमआई देनी होगी. कुल री-पमेंट 6.52 लाख रुपये का हुआ.
78000 का ज्यादा री-पेमेंट
इस तरह पर्सनल लोन और सेकेंड हैंड कार लोन के बीच के अंतर को देखें तो आपको कार लोन में 78000 रुपये का ज्यादा भुगतान करन होगा.