कानून की तरफ से आप चप्पलों में कार ड्राइव करने के लिए स्वतंत्र हैं. आपकी मर्जी है कि आप चप्पल पहनकर कार चलना चाहते हैं या नहीं चलाना चाहते.
लेकिन, आमतौर पर चप्पल पहनकर कार चलाने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इसके कुछ नुकसान हो सकते हैं.
बहुत से लोग इसे नहीं समझते हैं और चप्पल पहनकर ही ड्राइव करना पसंद करते हैं जबकि चप्पल पहनकर ड्राइव करना खतरनाक साबित हो सकता है. इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए, चप्पल में कार चलाने से बचना चाहिए.
दरअसल, चप्पल में पेडल पर ठीक से पकड़ नहीं बनती है. इससे ब्रेक, क्लच या एक्सीलेरेटर पेडल पर पैर फिसलने का खतरा रहता है.
अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में चप्पल पेडल पर आसानी से फिसल सकती है क्योंकि उसकी ग्रिप अच्छी उतनी अच्छी नहीं बन पाती, जिनती जूतों की होती है. इससे कार कंट्रोल के बाहर जा सकती है.
मैनुअल कारों में तीन पेड- एक्सीलरेटर पेडल, ब्रेक पेडल और क्लच पेडल होते हैं. आपका राइट लेग (पैर) एक्सीलरेटर पेडल और ब्रेक पेडल पर शिफ्ट करता रहता है. चप्पल के इनके बीच में फंसने का खतरा भी रहता है.
ऐसे में चप्पल को निकलने के चक्कर में आपसे गलती से एक्सीलरेटर या ब्रेक पेडल हार्ड प्रेस हो सकता है. इससे गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है और कार के कंट्रोल के बाहर जाने के कारण हादसा भी हो सकता है.
इन्हीं खतरों की वजह से चप्पल में कार चलाने से बचने की सलाह दी जाती है. कार चलाने के लिए जूते अच्छे होते हैं. इनसे पेडल पर अच्छी ग्रिप मिलती है और पेडल्स पर पैर शिफ्ट करने में भी आसानी रहती है.