Govardhan Puja 2023: कैसे करें गोवर्धन पूजन? जानें सही विधि
Zee News Desk
Nov 12, 2023
कार्तिक मास में हर साल शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा मनाई जाती है. दिवाली के ठीक एक दिन बाद यह पर्व मनाया जाता है और इसके अगले दिन ही भाई दूज मनाया जाता है.
गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन भगवान की पूजा की जाती है और गिरिराज जी के साथ ही भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने का विधान है. भारत के कई राज्यों में गोवर्धन पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है.
गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त
गोवर्धन पूजा की तिथि, दिन- सोमवार, 13 नवंबर की दोपहर 2:56 पर शुरू होकर कल यानी 14 नवंबर 2:36 तक रहेगी.
गोवर्धन पूजन विधि
गोवर्धन पूजा शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको गौ गोबर से एक पर्वत बनाना चाहिए.
भगवान गिरिराज की आकृति बनाने के अलावा उसमें पशुओं की आकृति भी बनाएं.
गोवर्धन पर्वत बनाने के बाद उसके पास तेल का दीप जलाकर रखें.
फिर फूल, हल्दी, चावल, चंदन, केसर और कुमकुम अर्पित करें.
गोवर्धन पूजा में अन्नकूट की मिठाई का भोग लगाएं, फिर उसे प्रसाद के तौर पर ग्रहण करें और दूसरों के साथ बांटें.
खील, बताशे आदि चढ़ाने के बाद भगवान गिरिराज के आगे हाथ जोड़कर प्रार्थना करें और पूजा की कथा भी पढ़ें.
ये सब चीजें अर्पित करने के बाद गोवर्धन पर्व की सात बार परिक्रमा करें. ऐसा करने पर भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं.
गोवर्धन पूजा का महत्व
इस दिन गिरिराज जी की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और गोवर्धन देवता का आशीर्वाद उस पर, बच्चों पर और उसके पशुओं पर बना रहता है. साथ ही आर्थिक समस्याएं और तंगी दूर होती हैं. धन धान्य और सौभाग्य की प्रप्ति होती है.