मृत्यु

हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इंसान की मृत्यु के बाद वह दोबारा किसी न किसी रूप में जन्म लेता है, लेकिन इंसान किस योनि में दूसरा जन्म में लेगा, ये उसके कर्मों पर निर्भर करता है.

Chandra Shekhar Verma
May 22, 2023

गरुड़ पुराण

गरुड़ पुराण के अनुसार, इंसान का अच्छे या बुरे कर्मों के आधार पर अगला जन्म होता है.

गीता

गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि इस संसार में जिसने भी जन्म लिया है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है और यह अटल सत्य है.

आत्मा

गीता में यह भी कहा गया है कि मौत के बाद शरीर नष्ट होता है आत्मा नहीं. आत्मा पुराने शरीर को छोड़कर नए शरीर को धारण करती है.

84 लाख योनि

गरुड़ पुराण में कुल 84 लाख योनियों के बारे में बताया गया है. इसमें मनुष्य योनि को सबसे श्रेष्ठ योनि माना गया है.

कुत्ता

जो इंसान धार्मिक ग्रथों का अपमान करता है. ईश्वर के प्रति श्रद्धाभाव नहीं रखता और पूजा-पाठ नहीं करता है. ऐसे लोगों का अगला जन्म कुत्ते के रूप में होता है.

गिद्ध

जो लोग मित्रों के साथ छल करते हैं, उनका अगला जन्म गिद्ध के रूप में होता है.

उल्लू

जो लोग दूसरों को मुर्ख बनाकर उनसे फायदा उठाते हैं. ऐसे लोगों को अगला जन्म उल्लू के रूप में मिलता है.

बकरा

जो वाणी में मधुर नहीं होते हैं और दूसरों को हमेशा गाली-गलौच करते हैं, उनका अगला जन्म बकरे के रूप में होता है.

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