अकबर की जीत ने बनाया था उनको ‘महान’
अकबर तैमूरी वंशावली के मुगल वंश का तीसरा शासक था. अकबर को अकबर-ए-आज़म शहंशाह अकबर भी कहा जाता है.
अकबर धर्म के मामले में बहुत ही स्पष्ट थे और काफी उदारवादी भी थे. अकबर सभी धर्म का आदर और सम्मान करते थे.
अकबर अपने समय के बेहद ही अच्छे सेनानायक भी थे. अकबर अपनी सेना का बहुत ध्यान और ख्याल रखते थे.
अकबर बहुत ही समझदार शासक थे. अकबर अपनी जनता के लिए काफी कुछ काम करते रहते थे.
अकबर सामाजिक कार्य में सबसे आगे रहते थे. इसी वजह से उनकी जनता उनका बहुत आदर करती थी.
अकबर ने साम्राज्य की एकता बनाए रखने के लिए ऐसी नीतियां अपनाई, जिनसे गैर मुसलमानों की राजभक्ति जीती जा सके.
अकबर ने अपने शासनकाल में सभी धर्मों का सम्मान किया था.
सभी जाति-वर्गों के लोगों को एक समान माना और उनसे अपने मित्रता के सम्बन्ध स्थापित किए थे.
अकबर अपने समय के काफी विद्वान इंसान थे. अकबर अपने फैसले को लेकर काफी सटीक हुआ करते थे.
अकबर ने फतेहपुर सीकरी, आगरा का किला जैसी ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण किया था.