Google Doodle honors Rudolf Weigl: जानिए कौन हैं रुडोल्फ वीगल, जिन्होंने घातक बिमारी से बचाई हजारों लोगों की जान
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Google Doodle honors Rudolf Weigl: जानिए कौन हैं रुडोल्फ वीगल, जिन्होंने घातक बिमारी से बचाई हजारों लोगों की जान

Google Doodle honors Rudolf Weigl: आज गूगल ने डूडल बनाकर पोलिश आविष्कारक Rudolf Weigl को सम्मानित किया है. आज उनका 138वां जन्मदिन है. आइए जानते हैं कौन हैं रुडोल्फ वीगल, जिनके आविष्कार से हजारों लोगों की जिंदगी बचीं...

Google Doodle honors Rudolf Weigl: जानिए कौन हैं रुडोल्फ वीगल, जिन्होंने घातक बिमारी से बचाई हजारों लोगों की जान

नई दिल्ली. Google Doodle honors Rudolf Weigl: Google ने आज Doodle बनाकर पोलिश आविष्कारक, डॉक्टर और इम्यूनोलॉजिस्ट रुडोल्फ वीगल (Rudolf Weigl) का 138वां जन्मदिन मनाया. उन्होंने सबसे पुराने और सबसे संक्रामक रोगों में से एक - महामारी टाइफस के खिलाफ पहली बार प्रभावी टीका तैयार किया था. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान टाइफस के टीके पर डॉ रुडोल्फ वीगल के काम ने अनगिनत लोगों की जान बचाई. उन्होंने करीब 5 हजार लोगों की जान बचाई थी. आइए जानते हैं Rudolf Weigl के बारे में...

  1. Google ने Doodle बनाकर पोलिश आविष्कारक रुडोल्फ वीगल का 138वां जन्मदिन मनाया. 
  2. रुडोल्फ वीगल पोलिश आविष्कारक, डॉक्टर और इम्यूनोलॉजिस्ट थे.
  3. उन्होंने महामारी टाइफस के खिलाफ पहली बार प्रभावी टीका तैयार किया था. 

जीवविज्ञानी, चिकित्सक और आविष्कारक थे Rudolf Weigl

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वीगल एक पोलिश जीवविज्ञानी, चिकित्सक और आविष्कारक थे, जिन्हें टाइफस के खिलाफ पहला प्रभावी टीका बनाने के लिए जाना जाता था, एक बीमारी जो शरीर की जूँ से फैलती है और पूरे इतिहास में लाखों मौतों के लिए जिम्मेदार रही है. साथ ही उन्होंने यहूदियों को मुश्किल समय में फांसी की सजा के जोखिम में आश्रय भी प्रदान किया. 

टाइफस ने ली थी कई लोगों की जान

टाइफस भले ही कोरोना वायरस जितना खतरनाक न हो, लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में इसने कई लोगों की जान भी ले ली. वीगल एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जो दवाओं के क्षेत्र में आगे के शोध के मूल्य को जानते थे और यह आने वाले दशकों में जीवन की गुणवत्ता को कैसे प्रभावित कर सकता है, इसलिए उन्होंने लविवि में एक शोध संस्थान की भी स्थापना की.

Rudolf Stefan Weigl का जन्म प्रेज़ेरो में हुआ

Rudolf Stefan Weigl का जन्म ऑस्ट्रो-हंगेरियन शहर प्रेज़ेरो में - आधुनिक चेक गणराज्य में - 2 सितंबर, 1883 को हुआ था. उन्होंने पोलैंड के Lwow University में जैविक विज्ञान का अध्ययन किया और 1914 में, उन्हें पोलिश आर्मी में एक परजीवी विज्ञानी के रूप में नियुक्त किया गया. पूर्वी यूरोप में लाखों लोग टाइफस से त्रस्त थे, इसलिए रुडोल्फ वीगल ने इसको रोकने का संकल्प किया.

उनके इनोवेटिव रिसर्च से पता चला कि घातक जीवाणुओं को फैलाने के लिए जूं का उपयोग कैसे किया जाता है, जिसका वे दशकों से एक वैक्सीन विकसित करने की आशा के साथ अध्ययन कर रहे थे. 1936 में, रुडोल्फ वीगल के टीके ने अपने पहले लाभार्थी को सफलतापूर्वक टीका लगाया. 

नायक के रूप में जाने जाते हैं Rudolf Weigl

आज, रुडोल्फ वीगल को एक उल्लेखनीय वैज्ञानिक और एक नायक के रूप में व्यापक रूप से सराहा जाता है। उनके काम को दो नोबेल पुरस्कार नामांकन से सम्मानित किया गया है.

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