भाई जैसे दोस्त हुआ करते थे टीम इंडिया के ये खिलाड़ी, अब आपस में बात तक करना नहीं पसंद
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भाई जैसे दोस्त हुआ करते थे टीम इंडिया के ये खिलाड़ी, अब आपस में बात तक करना नहीं पसंद

क्रिकेटर हमेशा मैदान पर साथ-साथ खेलते हुए अच्छे दोस्त बन जाते हैं. लेकिन कई बार इन्हीं खिलाड़ियों में आपस में बातचीत होना बंद हो जाती है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी अक्सर मैदान पर एक अच्छे दोस्त भी बन जाते हैं. एक साथ खेलना, घूमना और उसके साथ एक ही ड्रेसिंग रूम को शेयर करने से इन खिलाड़ियों के बीच काफी प्यार बढ़ जाता है. लेकिन कई बार यही खिलाड़ी एक दूसरे के काफी करीब होने के बाद भी दुश्मन बन बैठते हैं. अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको टीम इंडिया के कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पहले एक दूसरे के काफी पक्के दोस्त थे, लेकिन बाद में यही दोस्ती खत्म हो गई और वो एक दूसरे के दुश्मन जैसे हो गए. 

  1. अच्छे दोस्त बन जाते हैं क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी 
  2. लेकिन कई बार हो जाती है दुश्मनी
  3. विराट कोहली और गंभीर की हुई थी लड़ाई 

विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर

टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली के दोस्ती के चर्चे काफी रहे. इन दोनों खिलाड़ियों ने स्कूल लेवल एक टूर्नामेंट में रिकॉर्ड 664 रनों की साझेदारी कर दी थी. लेकिन इसके बाद अचानक से इन दोनों के रिश्तों में खटास आने लगी और दोनों खिलाड़ियों ने एक दूसरे से सालों तक बात नहीं की. एक बार कांबली ने कहा भी था कि एक बार उन्हें मदद की जरूरत थी, लेकिन सचिन ने जान के उनकी मदद नहीं की. 

दिनेश कार्तिक और मुरली विजय 

एक समय टीम इंडिया के लिए एक साथ खेलने वाले मुरली विजय और दिनेश कार्तिक एक दूसरे के अच्छे साथी हुआ करते थे. लेकिन बाद नें कार्तिक की पहली पत्नी ने उनसे तलाक लेकर मुरली विजय से शादी कर ली. ये खबर भी उड़ी थी कि कार्तिक की पत्नी का तलाक होने से पहले ही विजय के साथ अफेयर था.

विराट कोहली और गौतम गंभीर 

टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान विराट कोहली और दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर की चर्चित लड़ाई के बारे में तो सबको खबर है. लेकिन आपको बता दें अपने करियर के शुरुआती दिनों में विराट की गंभीर से अच्छी दोस्ती थी और एक बार गंभीर ने अपना प्लेयर ऑफ दा मैच खिताब भी कोहली को दे दिया था. लेकिन आईपीएल के दौरान ये खिलाड़ी आपस में भिड़ गए थे, जिसके बाद दोनों के रिश्ते खराब हो गए. 

वीरेंद्र सहवाग और महेंद्र सिंह धोनी 

टीम इंडिया के सफल कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी के रिश्ते जहां काफी खिलाड़ियों से काफी अच्छे रहे वहीं कई खिलाड़ियों के साथ उनकी दुश्मनी भी रही. इनमें से एक वीरेंद्र सहवाग भी हैं. धोनी के ऊपर हमेशा आरोप लगते रहे कि धोनी सहवाग को टीम से ड्रॉप करते हैं. ऑस्ट्रेलिया में भी धोनी ने खराब फील्डिंग का बहाना देकर सहवाग को ड्रॉप किया था. 

युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी 

टीम इंडिया को दो वर्ल्ड कप जीत दिलाने में सबसे अहम जोड़ी माने जाने वाले धोनी और युवराज फील्ड और फील्ड के बाहर दो भाईयों जैसा रिश्ता रखते थे. दरअसल कैंसर की बीमारी से जब युवराज जीत हासिल करके आए उसके बाद से लगातार उन्हें टीम से बाहर किया गया और टीम के कप्तान धोनी ही थे. युवराज के पिता योगराज अक्सर धोनी पर ये आरोप लगाते रहते हैं कि उनके बेटे का करियर खत्म करने में धोनी का ही हाथ है.

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