सचिन के बाद अब बिशन सिंह बेदी ने की BCCI से मांग, दृष्टिबाधित क्रिकेट को मान्यता दें
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सचिन के बाद अब बिशन सिंह बेदी ने की BCCI से मांग, दृष्टिबाधित क्रिकेट को मान्यता दें

बिशन सिंह बेदी ने टाइगर पटौदी का उदाहरण देते हुए कहा कि कार दुर्घटना में एक आंख खोने के बाद भी वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेले.

बेदी ने बीसीसीआई से दृष्टिबाधित क्रिकेट को मान्यता देने की मांग की (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: दृष्टिबाधित क्रिकेट की उपलब्धियों को दर्शाने को लिए राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन सफल रहा. इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (सीएबीआई) द्वारा दिल्ली के एक होटल में किया गया. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड( बीसीसीआई) से भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ( सीएबीआई) को अपने तत्वाधान में लेने की मांग करते हुए कहा कि इससे देश में दृष्टिबाधित क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिलेगा. 

  1. भारत ने लगातार दूसरी बार जीता ब्लाइंट क्रिकेट विश्वकप
  2. शारजाह में खेले गए फाइनल मैच में पाकिस्तान को 2 विकेट से हराया
  3. भारत की ओर से सुनील रमेश ने 93 और अजय कुमार रेड्डी ने 62 रन बनाए

इस सम्मेलन में दृष्टिबाधित क्रिकेट खिलाड़ी, विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट व सीएबीआई के अध्यक्ष मंतेश जीके, पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सैय्यद किरमानी, मदन लाल, बिशन सिंह बेदी, अजय जडेजा, उत्तर प्रदेश के खेल व कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान और उत्तर प्रदेश सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्वाति सिंह मौजूद थीं.

इस मौके पर बेदी और किरमानी यहां इंडसइंड बैंक दृष्टिबाधित क्रिकेट कॉनक्लेव 2018 में मौजूद थे, जहां इस साल जनवरी में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ी भी मौजूद थे. बेदी ने यहां टाइगर पटौदी का उदाहरण देते हुए कहा कि कार दुर्घटना में एक आंख खोने के बाद भी वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेले.

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उन्होंने कहा, ‘‘टाइगर ने टेस्ट में पदार्पण करने से पहले ही एक आंख की रोशनी खो दी थी. उन्हें यह पसंद नहीं था कि कोई उनसे हमदर्दी जताएं. उन्होंने कभी इसे शारीरिक अक्षमता नहीं माना और भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक बने. वह नवाब थे लेकिन कभी नवाब की तरह व्यवहार नहीं किया’’ 

बेदी ने कहा, ‘‘ आप सभी (दृष्टिबाधित क्रिकेटर) लाखों लोगों के प्रेरणास्रोत हैं. मुझे उम्मीद है, बीसीसीआई सीएबीआई को अपने तत्वाधान में लेगी और हर तरह की मदद मुहैया कराएगी. आप सब ने हमें दिखाया है कि आंखों में रोशनी नहीं होने के बाद भी आपके पास दूरदृष्टि हैं. 

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इस मौके पर मदनलाल ने कहा, ‘‘आपके विश्व कप जीत के सामने हमारा विश्व कप कुछ भी नहीं था. आप सभी मेरे हीरो हैं.’’

इस मौके पर चेतन चौहान ने दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम को विश्व कप खिताब जीतने की बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने टीम के खिलाड़ियों को नौकरी देने और अन्य प्रकार का समर्थन देने का वादा किया. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार दिव्यांग खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए एक प्रस्ताव को पारित कराने की प्रक्रिया में है. 

इस मौके पर अजय जडेजा ने कहा कि दृष्टिबाधित क्रिकेट के बारे में जानकारी समाज के हर कोने तक पहुंचनी चाहिए. इसमें स्कूल जाने वाले बच्चे भी शामिल होने चाहिए.  

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भारत ने 20 जनवरी 2018 को शारजाह में खेले गए दृष्टिबाधित क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान को दो विकेट से हराते हुए अपने खिताब की सफलतापूर्वक रक्षा की. शारजाह स्टेडियम में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 40 ओवरों में आठ विकेट पर 307 रनों का स्कोर खड़ा किया. बाबर मुनी ने 57 रन बनाए जबकि रियासत खान ने 48 रनों का योगदान दिया. कप्तान निसार अली ने 47 रन जोड़े.

पहले सेमीफाइनल में भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराकर फाइनल का टिकट पक्का किया था. वहीं पाकिस्तान ने श्रीलंका को 156 रनों मात देकर फाइनल में पहुंचा था. इससे पहले ग्रुप मुकाबले में भी भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया था. भारत ने सुनील रमेश के 93 रनों की बदौलत एक ओवर बाकी रहते आठ विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया. अजय रेड्डी ने भी 62 रन जोड़े. इसके अलावा प्रकाश ने 44 और वेंकटेश ने 35 रनों का योगदान दिया. सुनील रमेश के शानदार 93 रन से भारत ने रोमांचक फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को दो विकेट से हराकर नेत्रहीन क्रिकेट विश्व कप खिताब को एक बार फिर से अपने नाम किया.

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