NASA के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नोलॉजी को दुनिया में सबसे बेहतरीन टेक्नोलॉजी माना जाता है. हाल ही में नासा ने अपने टेक्नोलॉजी को और बेहतर करने के लिए आईबीएम के साथ हाथ मिलाया है जिसमें आईबीएम नासा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मुहैया कराएगा.
Trending Photos
NASA और IBM ने Artificial Intelligence (AI) आधारित ऐसे मॉडल विकसित करने के लिए साझेदारी की है जो पृथ्वी के बारे में आधुनिक वैज्ञानिक जानकारी आसानी से जुटाने में मदद करने के साथ ही दुनिया को बदलते पर्यावरण के लिहाज से ढलने में मददगार हो सकते हैं. नासा ने एक बयान में कहा कि इस संयुक्त उपक्रम में पहली बार नासा के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह के आंकड़ों में एआई फाउंडेशन मॉडल (AI Foundation Model) का इस्तेमाल किया जाएगा. फाउंडेशन मॉडल ऐसे एआई मॉडल (AI Model) होते हैं जिन्हें बिना लेबल वाले आंकड़ों के व्यापक सेट पर प्रशिक्षित किया जाता है और जिनका उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जा सकता है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का होगा इस्तेमाल
नासा के मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर में वरिष्ठ अनुसंधान विज्ञानी राहुल रामचंद्रन ने कहा कि फाउंडेशन मॉडल की खूबसूरती ही यही है कि उनका इस्तेमाल अनेक अनुप्रयोगों के लिए सक्षम तरीके से किया जा सकता है. आपको बता देंगे अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा अंतरिक्ष में होने वाले हजारों पर खास नजर बनाए रखती हैं. अपना सा अपने टेक्नोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी शामिल करेगी जिससे रिजल्ट और बेहतर मिलने की उम्मीद की जा सकती है.
आर्टेमिस मिशन की हुई थी काफी चर्चा
हाल ही में नासा का आर्टेमिस मिशन काफी चर्चा में था. कई बार फेल होने के बाद इस मिशन को अंत में सफलता प्राप्त हुई. इस मिशन के लिए नासा ने एलन मक्स की कंपनी से हाथ मिलाया था. आर्टेमिस मिशन का पहला चरण पूरा कर लिया गया है. इसके दो मिशन शेष बचे हुए हैं इसके आखिरी मिशन के तहत इंसानों को फिर से चांद की सतह पर भेजने की तैयारी है. नासा के अलावा अंतरिक्ष में प्रीपेड बढ़ाने के लिए चीन भी तेजी से स्पेस टेक्नोलॉजी की दुनिया में काम कर रहा है.
(इनपुट: एजेंसी)
भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं