Asteroid has its Own Moon: खगोल वैज्ञानिकों ने एक ऐसे क्षुद्रग्रह (एस्टेरॉइड) की खोज की है जिसका खुद का चंद्रमा भी है. दुनियाभर में फैले 26 खगोल विशेषज्ञों की टीम ने अपने अध्ययन में ये बात कही है.
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NASA Scientists Discovered an Asteroid: नासा ने लुसी मिशन की शुरुआत की. जिसमें उन्होंने लुसी नाम के अंतरिक्षयान को 8 क्षुद्रग्रहों की ओर भेजा. जिसके सोलर पैनल में खराबी आ गई. इसे ठीक करने के बाद वैज्ञानिकों के सामने एक चौकाने वाली बात आई. उन्हें एक ऐसे एस्टेरॉइड की जानकारी मिली जिसका खुद का चंद्रमा भी है. उन्हें अपने खोज में पता चला कि एक ट्रोजन एस्टेरॉइड का अपना उपग्रह भी है.
लुसी क्या है?
लुसी नासा के द्वारा शुरू किया गया एक मिशन है. जिसके जरिए हमारे सौर मण्डल के बनने और उसके प्रारंभिक अवशेषों की जानकारी प्राप्त करना है. इस मिशन से पृथ्वी और सूर्य के चारों ओर अन्य ग्रहों के बनने की प्रक्रिया को समझना है. इस मिशन में नासा के द्वारा एक लुसी नाम के उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजा है. नासा का मानना है कि सौर मंडल के जन्म के रहस्य को समझने में क्षुद्रग्रह अहम भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि इससे जीवन के उत्पत्ति के रहस्य को समझने में भी मदद मिलेगी.
लुसी ने कराया फायदा
खगोल वैज्ञानिक पिछले कुछ समय से पॉलीमेल के बारे में जानने में लगे हुए हैं. इस बारे में वैज्ञानिक मार्क लुई का कहना है कि लुसी टीम बड़े सटीकता के साथ पोलीमेल के स्थान, साइज और आकार को मापना का चाहता था और लुसी ने बड़े सटीकता के साथ इसकी सूचना टीम को दी.
कैसा है क्षुद्रग्रह का चंद्रमा
वैज्ञानिकों ने बताया है कि क्षुद्रग्रह का चंद्रमा उससे मात्र 200 किलोमीटर की दूरी पर है. इस प्राकृतिक उपग्रह का व्यास 5 किलोमीटर में फैला है. जब इस क्षुद्रग्रह को मार्च में देखा गया था तब यह पृथ्वी से 770 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर स्थित था. '12 साल, सात क्षुद्रग्रह, एक अंतरिक्ष यान' यह लुसी मिशन की टैगलाइन थी. इस पर लुसी मिशन के वैज्ञानिक टॉम स्टेटलर ने कहते है कि अब हमें ये टैगलाइन बदलनी पड़ सकती है और यह एक अच्छी बात है.
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