Vastu advice: वास्तुशास्त्र दिशाओं पर आधारित है इसलिए इसके एक्सपर्ट्स के मुताबिक वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन करने के लिए आपको दिशाओं को महत्व देना बेहद जरूरी है.
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Vastu tips for west direction home: वास्तु के मुताबिक हर वस्तु को रखने की एक सही दिशा होती है. उसे गलत दिशा में रखने से नकारात्मक परिणामों से जूझना पड़ सकता है. ऐसे में आज बात पश्चिममुखी भवनों (West facing home) की जिनको लेकर लोगों के मन में कई सवाल रहते हैं कि क्या पश्चिममुखी घर फायदा देगा या हमेशा नुकसान बना रहेगा. नुकसान होगा तो कितना और किस प्रकार का होगा. ऐसे में अगर आपका घर पश्चिम दिशा की ओर है या आप ऐसी कोई प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं तो इन वास्तु नियमों का ध्यान रखने से आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते हैं.
भ्रांति दूर करने की जरूरत
ऐसा भी नहीं है कि हर दिशा शुभ और अशुभ होती है. यहां समझने लायक बात ये है कि अगर शुभ दिशा में बने भवन में भी वास्तुदोष है तो वो भी लाभ नहीं देगा और अगर अशुभ दिशा में बने भवन के लिए वास्तुदोष निवारण के उपाय कर लिए जाएं तो वो भी मनमुताबिक अच्छे परिणाम देने लगता है. ऐसे में बात पश्चिममुखी घर की हो रही है तो आपको बताते चलें कि वास्तु के हिसाब से पश्चिम दिशा में वरुण देव और शनि देव का अधिपत्य माना जाता है.
क्या करें और क्या न करें
ऐसे में अब आपको बताते हैं कि पश्चिम दिशा में क्या करना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए. दरअसल वास्तुशास्त्र के मुताबिक पश्चिम दिशा में सर करके नहीं सोना चाहिए ऐसा करने से मानसिक तनाव हो सकता है. चूंकि यह सूर्यास्त की दिशा है इसलिए पश्चिम की ओर मुंह करके बैठना या कोई कार्य करना मन में तनाव पैदा करता है. वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन किया जा सकता है, सीढि़यां, बगीचा आदि भी इस दिशा में रखे जा सकते हैं, लेकिन पश्चिम की ओर सोना अनेक प्रकार की परेशानियों का कारण बनता है
आर्थिक दिक्कत से कैसे बचें?
पश्चिम दिशा में घर का किचन नहीं होना चाहिए. इस दिशा में किचन होने से घर के स्वामी को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. वहीं वास्तु शास्त्रियों के मुताबिक घर का मेन दरवाजा पश्चिम दिशा में होने से घर में धन संपदा नहीं रुकती है. वास्तु के हिसाब से आपके घर का पानी पश्चिम दिशा से होकर नहीं निकलना चाहिए. ऐसा होने पर घर के सदस्यों को बीमारी से जूझना पड़ सकता है.
अगर किसी भवन में पश्चिम दिशा का भाग नीचा हो तो परिवार में श्वांस, फेफड़े, मुख, छाती और त्वचा के रोग बने रहते हैं. पश्चिम भाग नीचा होने से पुरुषों की बीमारियों पर ज्यादा धन खर्च होता है.
कैसे करें दोष दूर?
आपके भवन की पश्चिम दिशा दोषपूर्ण है तो इसके निवारण के लिए पश्चिमी दीवार पर वरुण यंत्र स्थापित करें. वहीं परिवार का मुखिया लगातार 11 शनिवार व्रत रखे तो लाभ मिलता है. वहीं दोष दूर करने के लिए पश्चिम दिशा में अशोक का वृक्ष लगा सकते हैं. गरीबों को काले चने वितरित करने से भी दोष कम होता है. आपको बताते चलें कि पश्चिम दिशा के भवन उन लोगों के लिए लाभदायक होते हैं जो शिक्षा, राजनीति, धार्मिक या कॉरपोरेट बिजनेस करना चाहते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)