Trending Photos
नई दिल्ली: इस बात पर तो आपने भी गौर जरूर किया होगा कि राहु-केतु का नाम लेते ही लोगों के मन में डर उत्पन्न हो जाता है और कुछ बुरा होने का अंदेशा होने लगता है. इसका कारण ये है राहु-केतु (Rahu-Ketu) इन दोनों ग्रहों का बाकी ग्रहों की तरह कोई वास्तविक रूप या आकार नहीं है और ये दोनों ही ग्रह छाया ग्रह (Chhaya Grah) है. ऐसी मान्यता है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली (Kundli) में राहु-केतु होते हैं तो उस व्यक्ति को निश्चित तौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इसके परिणाम भी अशुभ ही होते हैं.
ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) की मानें तो राहु-केतु इन्हीं दोनों के कारण किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) का निर्माण होता है. साथ ही अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु की दशा-महादशा चल रही हो तो उसके सामने भी मुश्किलों का अंबार लग जाता है. सेहत से जुड़ी समस्याओं (Health Problems) के साथ ही निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर हो जाती है. लिहाजा राहु-केतु से जुड़े कुछ आसान उपाय (Remedies) अपनाए जाएं तो इन परेशानियों से बचा जा सकता है.
ये भी पढ़ें: राहु-केतु से न हों परेशान, इस उपाय से दूर होंगे कष्ट
1. मां दुर्गा को छायारूपेण भी कहा गया है और जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि राहु-केतु छाया ग्रह हैं इसलिए राहु-केतु की शांति से जुड़े उपाय के लिए मां दुर्गा (Goddess Durga) की पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा नाग पर नाचते हुए भगवान कृष्ण (Lord Krishna) की तस्वीर सामने रखकर ओम नम: भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करने से भी राहु-केतु से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं.
2. इसके अलावा राहु ग्रह भगवान शिव (Lord Shiv) के आराधक हैं और इसलिए जब राहु-केतु ग्रह से जुड़ी कोई परेशानी हो तो उनके कोप से बचने के लिए व्यक्ति को भोले शंकर की पूजा करनी चाहिए. साथ ही सोमवार का व्रत रखना चाहिए और सच्चे मन से शिव जी की पूजा कर उन्हें सफेद मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए. ॐ नमः शिवाय मंत्र का नाम जाप करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: देवी पूजा से भी दूर होता है राहु-केतु से जुड़ा कष्ट, करें ये महाउपाय
3. राहु-केतु से जुड़ी परेशानी से बचने के लिए 108 बार उनके बीज मंत्र (Mantra Jaap) का जाप करना चाहिए, इससे भी मुसीबतें कम हो जाती हैं-
राहु का बीज मंत्र - ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
केतु का बीज मंत्र - ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः
4. राहु ग्रह से जुड़ी परेशानी से बचने के लिए सरसों, सिक्का, सात प्रकार के अनाज का दान करना चाहिए जबकि केतु से जुड़ी परेशानी हो तो केला, तिल के बीज, काला कंबल आदि दान करना बेहतर माना जाता है. इसके अलावा रुद्राक्ष (Rudraksh) धारण करने से भी राहु-केतु से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.
5. अगर कुंडली में राहु-केतु की दशा हो तो पूजा-पाठ में चंदन (Sandalwood) की धूपबत्ती या अगरबत्ती का इस्तेमाल करना चाहिए. चंदन इन पाप ग्रहों के प्रभाव को कम करने में मदद करता है. साथ ही घर में रूम फ्रेशनर के तौर पर भी चंदन की खुशबू का प्रयोग करना चाहिए. इससे भी राहु-केतु का प्रभाव कम हो जाता है.