नवरात्रि में मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त जमकर पूजा-अर्चना करते हैं. इस दौरान हर वो कार्य किया जाता है, जो उन्हें पसंद हो. मां दुर्गा को उनकी प्रिय चीजें अर्पित की जाती हैं. ऐसे में ज्योतिष अनुसार मां दुर्गा को उनके अप्रिय पुष्प भूलकर भी अर्पित न करें.
बता दें नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. ऐसे में मां के हर स्वरूप को अलग अलग पुष्प अर्पित किया जाता है. ताकि मां दुर्गा की कृपा पाई जा सके. माता रानी को हमेशा ताजे, खुशबूदार और लाल रंग के फूल अर्पित करने चाहिए. बासी और खरबा फूल मां को भूलकर भी न अर्पित करें. ऐसा करने से मां रुष्ट हो जाती है और घर में परेशानियां घेर लेती हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि पूजन में लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है. इस दौरान मां दुर्गा को कनेर, धतूरा, हारऋंगार, बेल और मदार आदि के फूल गलती से भी अर्पित न करें. ऐसा करना आपके लिए कई तरह की समस्याएं खड़ी कर सकता है.
हिंदू धर्म में अक्षत को भी विशेष स्थान प्राप्त है. कहते हैं कि कोई भी पूजा अनुष्ठान अक्षत के बिना अधूरा है. पूजा में अक्षत को प्रमुख स्थान प्राप्त है. ऐसे में मां दुर्गा को अक्षत अर्पित करते समय भूलकर भी टूटे चावल न चढ़ाएं. साथ ही मां को अर्पित करने से पहले चावलों को अच्छे से धो लें.
मां दुर्गा को भोग लगाते समय हमेशा सात्विक भोजन का ही भोग लगाएं. या फिर मां की प्रिय चीजें ही उन्हें अर्पित करें. भोजन में गलती से भी प्याज और लहसुन आदि का प्रयोग न करें. मां को घर की बनी दूध की मिठाई का भोग लगाएं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़