Chaitra Navratri 2023: नवमी को हवन सामग्री में बस इसे करें शमिल, बढ़ेगा बैंक बैलेंस; दिन दोगुनी रात चौगुनी होगी तरक्की
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Chaitra Navratri 2023: नवमी को हवन सामग्री में बस इसे करें शमिल, बढ़ेगा बैंक बैलेंस; दिन दोगुनी रात चौगुनी होगी तरक्की

Chaitra Navratri Havan Vidhi: नवमी (Chaitra Navami 2023) को हवन के साथ ही पूजा का समापन माना जाता है. नवरात्रि (Chaitra Navratri) में हवन करना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि हवन के बाद ही आपकी नवरात्री की पूजा पूरी होती है. हवन से प्रसन्न होकर मां दुर्गा आपकी सारी मनोकामना पूरी करती हैं. 

हवन सामग्री में शामिल करें ये चीजें

Chaitra Navratri 2023:  इस बार 2023 में चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का समापन 30 मार्च को हो जाएगा. नवरात्रि में हर दिन माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि की सप्तमी, अष्टमी या नवमी की पूजा का बहुत महत्व है. इस दिन की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है. नवमी को हवन के साथ ही पूजा का समापन माना जाता है. नवरात्रि में हवन (Havan Upay ) करना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि हवन के बाद ही आपकी नवरात्री की पूजा पूरी होती है. हवन से प्रसन्न होकर मां दुर्गा आपकी सारी मनोकामना पूरी करती हैं. तो चलिए जानते हैं कि आप घर कैसे आसान विधि से हवन कर सकते हैं. 

घर पर पूजा के लिए हवन सामग्री (Havan Upay) 

- हवन सामग्री में आप धूप, जौ, नारियल, गुग्गुल, मखाना, काजू, किसमिस, छुहारा, मूंगफली, बेलपत्र, शहद, घी, सुगंध, अक्षत लें. 

-इन सभी को मिलाकर हविष्य तैयार कर लें. हवन के दौरान अग्नि में डालने वाली सामग्री को हविष्य कहते हैं. 

- इसके बाद हवन कुंड की अग्नि में फल, शहद, घी, काष्ठ इत्यादि पदार्थों की मंत्रों के साथ आहुति दें.

- हवन के लिए आग प्रज्जवलित करने लिए रूई, आम की लकड़ी, चंदन की लकड़ी, कपूर और माचिस का प्रयोग करें.

धन संपदा के लिए

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जीवन में अगर आर्थिक तंगी से गुजरना पड़े या फिर मेहनत करने के बाद भी फल प्राप्त ना हो तो नवमी के दिन हवन में गूलर की लकड़ी से आग जलानी चाहिए. इस आग में 27 बार दूध, चावल और चीनी से बनी हुई खीर की आहुति देनी चाहिए. 

घर में सुख-शांति के लिए

घर में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए नवमी के दिन घर के मालिक को सुबह आम की लकड़ी से आग जलानी चाहिए. हवन सामग्री में बराबर गुग्गल धूप मिलाकर इसकी 27 बार अग्नि में आहुति देनी चाहिए. 

विवाह के लिए

अगर रिश्ते में किसी तरह की अड़चन आ रही है या फिर विवाह होने में कोई बाधा आ रही है तो नवमी के दिन (गुरुवार) को पीपल की लकड़ी जलाएं और उसमें पीली सरसों के दाने से अपनी उम्र के बराबर उस आग में आहुति देनी चाहिए.

इन मंत्रों का करें जाप

हवन की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले ॐ आग्नेय नम: स्वाहा बोलकर अग्निकुंड में आहुति दें. ॐ गणेशाय नम: स्वाहा। नाम से आहुति दें.  इसके बाद सभी नवग्रहों के देवाताओं के नाम की आहुति दें. इसके बाद कुल देवता और स्थान देवता की आहुति दें.  अब माता दुर्गा के सभी नामों से आहुति दें. जैसे ॐ दुर्गाय नम: स्वाहा। ॐ गौरियाय नम: स्वाहा. इसके बाद सप्तशती या नर्वाण मंत्र का जाप करें.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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