धूप-दीप अगरबत्ती या कपूर का इस्तेमाल पूजा-पाठ या अन्य शुभ कार्यों में किया जाता है. कपूर दामप्त्य जीवन को खुशहाल बनाने के लिए बेहद है. इसके साथ ही जिंदगी में धन से जुड़ी समस्या कपूर के इस्तेमाल से दूर होती है.
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नई दिल्ली: अगरबत्ती या धूप जलाना शुभ कारक माना गया है. इसलिए इसका इस्तेमाल अक्सर पूजा-पाठ या किसी शुभ कार्यों में किया जाता है. धूप-दीप या अगरबत्ती के अलावा पूजा में कपूर भी जलाया जाता है. जब कोइ पूजा में इन चीजों का इस्तेमाल करता है तो आसपास सकारात्मक वातावरण बनता है. जिसके कारण पूजा-पाठ या अन्य शुभ कार्यों में मन लगता है. पूजा पाठ के समय धूप,अगरबत्ती या कपूर जलाने के धार्मिक कारण भी हैं.
-धूप-दीप या कपूर को जलाने से मन में शांति बनी रहती है. ऐसा इसलिए कि धूप-दीप की खुशबू वातावरण में फैलती है जिससे मन शांत और प्रसन्न रहता है. इसके अलावा तनाव में भी बहुत हद तक राहत मिलती है. इसलिए सुबह और शाम की वक्त पूजा में धूप, दीप या कपूर जलाना चाहिए.
-घर में रोजाना धूप-दीप जलाने से आपसाम मौजूद बैक्टीरिया आदि भी नष्ट हो जाते हैं. धूपबत्ती बनानें में कई प्रकार की चीजों का प्रयोग किया जाता है. इसलिए धूप से निकलने वाले धुएं से कीट-पतंग आसपास नहीं रहते.
-धूप-दीप या कपूर जलाने से वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है. साथ ही आसपास सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. सकारात्मक ऊर्जा जीवन में तरक्की और सुख शांति के लिए सहायक होते हैं. घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए रोज कपूर या धूप जलाकर घर में दिखाना चाहिए.
शास्त्रों के मुताबिक कपूर को रोजाना चांदी या पीतल की कटोरी में जलाना चाहिए. कपूर की तीन टिकिया और लौंग के साथ जलाने से धन लाभ के योग बनते हैं. साथ ही जिंदगी में अगर धन से जुड़ी कोई भी समस्या है तो वह जल्द ही दूर होती है. इसके अलावा दाम्पत्य जीवन के खुशहाल बनाने के लिए भी कपूर फायदेमंद है. वैवाहिक जीवन की समस्या को समाप्त करने के लिए बेडरूम को साफ करके रोजाना कपूर जलाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)