Pakistan Economic Crisis: कंगाल देश को कैसे मिल जाता है कर्ज? इस लोन से IMF की चंगुल में फंसेगा पाकिस्तान
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Pakistan Economic Crisis: कंगाल देश को कैसे मिल जाता है कर्ज? इस लोन से IMF की चंगुल में फंसेगा पाकिस्तान

Pakistan News: पाकिस्‍तान के पास विदेशी मुद्रा दिनोंदिन कम होती जा रही है. ऐसे में विदेश से आने वाले सामान का भुगतान करने के लिए अब उनके पास पैसों की कमी हो रही है. इस कंगाली के हालात में IMF पाकिस्‍तान को कर्ज दे सकता है, लेकिन पाकिस्‍तान को कुछ शर्त का भी पालन करना होगा.  

फाइल फोटो

What is IMF: IMF पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ लगातार व्यापक आर्थिक और वित्तीय ढांचे पर चर्चा कर रहा है. ऐसे में उम्‍मीद जताई जा रही है कि 9 फरवरी तक दोनों के बीच कोई समझौता हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो अधिकारी इस समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. आपको बता दें कि IMF इतनी आसानी से कर्ज नहीं देता है. उनके द्वारा बहुत ही कड़े नियम लगाए जाते हैं. ऐसे में अगर पाकिस्‍तान को कर्ज लेना है तो उसे कुछ कठिन निर्णय तो लेने ही होंगे. उसके बाद ही ये वैश्विक संस्‍था कर्ज देने के बारे में सोचेगी. 

IMF की टीम पहुंची पाकिस्‍तान 

  • IMF की एक टीम पाकिस्तान में है, जो वहां के हालात पर रिव्यू कर रही है और इसके बाद IMF पाकिस्तान को लगभग 9 हजार करोड़ रुपये देने को तैयार हो गया है. इसके अलावा यह संस्‍था दूसरे देशों से भी द्विपक्षीय कर्ज लेने का मार्ग प्रशस्त करेगी. IMF की राय है कि पाकिस्तान को सरकारी राजस्व बढ़ाने के बारे में सोचाना चाहिए. 

  • IMF का प्रस्ताव है कि पेट्रोलियम पदार्थ को 20-30 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया जाए. वहां के अखबार के मुताबिक वहां मौजूदा दाम 50 रुपये है जो बढ़ कर 70-80 रुपये हो सकते हैं.

  • अज्ञात सूत्रों के हवाले से जानकारी यह भी है कि पेट्रोलियम, तेल और लुब्रीकेंट (पीओएल) उत्पादों पर 17% जीएसटी लगाया जाए या अध्यादेश के जरिए जीएसटी दर को 1 फीसदी बढ़ा दिया जाए. जिससे ये कर 17% से 18% हो जाए. 

  • चीनी पेय पदार्थों पर कस्टम ड्यूटी 13% से बढ़कर 17% करने पर विचार किया जा रहा है. ये सब पाकिस्तान के लघु बजट के माध्यम से हो सकता है. 

  • वहां के संघीय राजस्व बोर्ड ने सिगरेट पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का सुझाव दिया है.

कर्ज के लिए क्या शर्तें लगाता है IMF?

IMF यूं ही कर्ज नहीं देता है. लोन लेने वाले देश को शर्तों का पालन करना होता है. IMF किसी भी देश को विशेष परियोजना के लिए लोन नहीं देता है. देश की अर्थव्यवस्था को संकट से निकालने के लिए IMF इस तरह की शर्तें लगाता है. जैसे वह देश कर्जों में कमी करे, कॉरपोरेट टैक्स को घटाए और विदेशी निवेश के लिए सरकारी नियमों को आसान करें. 

IMF क्यों देता है कर्ज?

IMF बहुत ही गरीब कैटेगरी वाले देशों को फ्री में कर्ज उपलब्ध कराता है. इसका उद्देश्‍य होता है कि वह देश आर्थिक संकट से उबर जाए क्‍योंकि जब किसी देश पर संकट आता है तो उसका प्रभाव दूसरे देशों पर भी पड़ता है. 

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