Rishi sunak Profile: ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने पर भारत में जश्न तो है ही, क्योंकि वे भारतीय मूल के हैं. लेकिन, पाकिस्तान भी खुशी मना रहा है और पाकिस्तानी उनकी स्थानीयता को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
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Rishi Sunak Pakistan Connection: ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटेन के पहले भारतवंशी प्रधानमंत्री बन गए हैं. 42 वर्षीय ऋषि सुनक यूके में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता हैं और इंग्लैंड में उनका पॉलिटिकल करियर बेहद शानदार रहा है. ऋषि सुनक के पीएम बनने पर भारत में जश्न तो है ही, क्योंकि वे भारतीय मूल के हैं. लेकिन, पाकिस्तान भी खुशी मना रहा है और पाकिस्तानी उनकी स्थानीयता को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
पाकिस्तानी क्यों कर रहे हैं ऋषि सुनक को लेकर दावा
जियो न्यूज ने बताया कि 42 वर्षीय ऋषि सुनक (Rishi Sunak) का जन्म साउथेम्प्टन में हिंदू-पंजाबी माता-पिता के घर हुआ था, लेकिन उनके दादा-दादी का जन्म और पालन-पोषण पंजाब प्रांत के गुजरांवाला शहर में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है. विरासत से सुनक परिवार भारतीय और पाकिस्तानी दोनों है. वह हिंदू धर्म का पालन करते हैं और भगवद्गीता को साक्षी मानकर शपथ लेते हैं.
1935 में नैरोबी चले गए थे ऋषि सुनक के दादा
ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के दादा रामदास सनक ने 1935 में नैरोबी में एक क्लर्क के रूप में काम करने के लिए गुजरांवाला छोड़ दिया था. उनकी पत्नी सुहाग रानी सुनक 1937 में अपनी सास के साथ अपने पति के पास केन्या जाने से पहले दिल्ली चली गईं. रामदास और सुहाग रानी के छह बच्चे, तीन बेटे और तीन बेटियां थीं.
नैरोबी में हुआ था ऋषि के पिता का जन्म
ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के पिता यशवीर सुनक का जन्म 1949 में नैरोबी में हुआ था. वह 1966 में लिवरपूल पहुंचे और यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल में मेडिसिन की पढ़ाई करने चले गए. यशवीर ने 1977 में लीसेस्टर में ऊषा से शादी की. तीन साल बाद 1980 में साउथेम्प्टन में ऋषि का जन्म हुआ. उनके माता-पिता अपनी रिटायरमेंट तक दवा की दुकान चलाते थे.
पाकिस्तानियों ने ऋषि सुनक पर किया दावा
ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद ट्विटर पर पाकिस्तानी नागरिकों ने ब्रिटिश नेता पर दावा ठोंका. एक ट्विटर यूजर ने कहा, ऋषि सुनक गुजरांवाला के एक पंजाबी खत्री परिवार से हैं. ऋषि के दादा रामदास सुनक ने 1935 में नैरोबी में क्लर्क के रूप में काम करने के लिए गुजरांवाला छोड़ दिया था. एक यूजर ने ट्वीट किया, मुझे लगता है कि पाकिस्तान को भी ऋषि सुनक पर दावा करना चाहिए, क्योंकि उनके दादा-दादी गुजरांवाला से थे.
एक अन्य ने कहा, वाह! क्या जबरदस्त उपलब्धि है. एक पाकिस्तानी अब इंग्लैंड में सर्वोच्च पद पर आ गया है. यदि आप विश्वास करते हैं तो कुछ भी संभव है. कुछ ने सुझाव दिया कि यह भारत और पाकिस्तान के लिए खुशी का क्षण है. अमेरिका में रह रहे एक यूजर ने लिखा कि ब्रिटेन का प्रधानमंत्री एक पाकिस्तानी और भारतीय होगा.
गुजरांवाला में रहता था संपन्न हिंदू समुदाय
अपने अच्छे भोजन और कुश्ती की संस्कृति के लिए जाना जाने वाला गुजरांवाला लाहौर से लगभग 1.5 घंटे की दूरी पर स्थित है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार विभाजन से पहले, जब ऋषि के दादा-दादी गुजरांवाला में रहते थे, तो शहर कम से कम सात द्वारों से घिरा हुआ इलाका हुआ करता था, जिसका इस्तेमाल प्रवेश और निकास बिंदुओं के रूप में किया जाता था.
आज का गुजरांवाला तंग गलियों से घिरा एक भीड़भाड़ वाला, घनी आबादी वाला शहर है, जो कपड़े, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी दुकानों से भरा हुआ है. विभाजन से पहले, शहर में एक बड़ा और संपन्न हिंदू समुदाय रहता था. जब ब्रिटिश भारत (आज का भारत और पाकिस्तान) में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे, तो कई हिंदू, सिख और मुसलमान पलायन करने को मजबूर हो गए।.जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक कई मुस्लिम और हिंदू परिवार केन्या और अन्य देशों में चले गए.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी आईएएनएस)
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