Pakistan Crisis: आर्मी चीफ के सवाल पर विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने दी राष्‍ट्रपति को धमकी, कहा- मत दीजिए दखल वरना...
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Pakistan Crisis: आर्मी चीफ के सवाल पर विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने दी राष्‍ट्रपति को धमकी, कहा- मत दीजिए दखल वरना...

Pakistan News: बिलावल भुट्टो ने कहा, देखना होगा कि राष्ट्रपति संविधान का पालन करते हैं या अपने मित्र के प्रति वफादारी दिखाते हैं. उनके पास संविधान को बरकरार रखते हुए सही पक्ष में खड़े रहने का आखिरी मौका है. अगर उन्होंने पीएम के अधिकार को अवरुद्ध करने की कोशिश की तो इसके परिणाम भुगतने होंगे.

बिलावल भुट्टो जरदारी

Pakistan Political Drama: पाकिस्तान में इन दिनों गजब की सियासी खींचतान देखने को मिल रही है. अभी तक जहां पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ही शहबाज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे, वहीं अब मौजूदा सरकार में गठबंधन सहयोगी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी सरकार से नाराज दिख रहे हैं. इस नाराजगी की वजह नए सेना प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया है. हालांकि उनकी नाराजगी पीएम शहबाज शरीफ से नहीं, बल्कि राष्ट्रपति से है जिसे वह इमरान खान का दोस्त कहते हैं. फिलहाल बिलावल भुट्टो जरदारी ने स्पष्ट रूप से राष्ट्रपति को अल्टिमेटम दे दिया है.

संविधान का पालन करने की अपील की

द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, बिलावल से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सेना प्रमुख की नियुक्ति के संबंध में पीएम की ओर से जारी प्रक्रिया को रोक दिया है, तो उन्होंने कहा 'देखना होगा कि वह संविधान का पालन करते हैं या अपने मित्र के प्रति वफादारी दिखाते हैं. राष्ट्रपति के पास संविधान को बरकरार रखते हुए सही पक्ष में खड़े रहने का आखिरी मौका है. अगर उन्होंने पीएम के अधिकार को अवरुद्ध करने की कोशिश की तो इसके परिणाम भुगतने होंगे.'

कब रिटायर हो रहे हैं बाजवा और नए चीफ के लिए कौन रेस में

बता दें कि मौजूदा पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा 29 नवंबर 2022 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. ऐसे में अब सरकार के पास नाया आर्मी चीफ तय करने के लिए कम ही समय बचा है. इसी वजह से इसे लेकर ज्यादा खींचतान हो रही है. फिलहाल आर्मी चीफ के लिए जिन लोगों का नाम सबसे आगे है, उसमें लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर, लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा और लेफ्टिनेंट जनरल नौमान अहमद शामिल हैं. लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर को फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट में कमीशन मिला था और जब से उन्होंने जनरल बाजवा के अधीन एक ब्रिगेडियर के रूप में बल की कमान संभाली थी, तब से वह निवर्तमान सीओएएस के करीबी सहयोगी रहे हैं.

वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा सिंध रेजीमेंट से संबंध रखते हैं. वह 2013-16 से सीओएएस रहे जनरल राहील शरीफ के कार्यकाल के अंतिम दो वर्षों के दौरान महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के रूप में सुर्खियों में आए. अब बात लेफ्टिनेंट जनरल नौमान अहमद की करें तो वह बलोच रेजिमेंट से संबंध रखते हैं. मौजूदा समय में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के अध्यक्ष हैं. वह आईएसआई में महानिदेशक (विश्लेषण) के रूप में काम कर चुके हैं. इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद और कुछ अन्य नाम भी रेस में बताए जा रहे हैं.

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