China 5B Rocket: चीन की इस गलती से खतरे में पड़ी लोगों की जिंदगी! धरती की तरफ तेजी बढ़ रही ये मुसीबत
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China 5B Rocket: चीन की इस गलती से खतरे में पड़ी लोगों की जिंदगी! धरती की तरफ तेजी बढ़ रही ये मुसीबत

Chinese 21 Ton Rocket Falling: पृथ्वी की तरफ जिस चीनी रॉकेट का हिस्सा आ रहा है उसका वजन 21 टन तक हो सकता है. ये पृथ्वी पर कहां गिरेगा, इसके ऊपर चीन का नियंत्रण नहीं है.

चीनी रॉकेट लॉन्च.

China 5B Rocket Booster Falling On Earth: चीन (China) की एक लापरवाही धरती (Earth) के लोगों को मुश्किल में डाल सकती है. दरसअल चीन ने लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट (Long March 5B Rocket) लॉन्च किया है, जिसका एक हिस्सा वापस पृथ्वी पर गिरेगा और वो धरती की तरफ तेजी बढ़ रहा है. चीन ने फैसला किया है कि लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट का ये हिस्सा धरती पर गिरेगा और ये कहां गिरेगा इसके ऊपर चीन का कोई कंट्रोल नहीं है. ये तीसरी बार है कि जब चीन ने लॉन्च हुए रॉकेट के हिस्से को धरती पर गिराने का फैसला किया है. साल 2020 और 2021 वो पहले भी ऐसा कर चुका है. चीन की ये लापरवाही भारी भी पड़ सकती है. हालांकि, चीन ऐसा करने वालों में अकेला देश नहीं है, कई और देश भी इसी प्रैक्टिस को अपनाते हैं.

  1. अंतरिक्ष मलबे के निपटान में चीन की लापरवाही
  2. पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा रॉकेट का हिस्सा
  3. अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों का चीन ने किया उल्लंघन

21 टन वजनी हो सकता है रॉकेट का हिस्सा

स्पेस डॉट कॉम में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स में इन घटनाओं के एक अनुभवी ट्रैकर जोनाथन मैकडॉवेल ने कहा कि यूएस स्पेस कमांड ऑर्बिटल डेटा दिखा रहा है कि धरती की तरफ आ रहे रॉकेट के इस हिस्से वजन 21 टन है

गिरने वाला रॉकेट का हिस्सा है बड़ा

जान लें कि वैसे तो धरती पर गिरने वाले अंतरिक्ष के मलबे से लोगों के हताहत होने का ज्यादा खतरा नहीं होता है लेकिन, लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट बड़ा है, जो मुसीबत खड़ी कर सकता है.

24 जुलाई को किया गया था लॉन्च

बता दें कि चीन ने 24 जुलाई को दोपहर 2:25 बजे वेंटियन स्पेस स्टेशन मॉड्यूल लॉन्च किया था. नेचर एस्ट्रोनॉमी (Nature Astronomy) ने अपनी एक हालिया स्टडी में बताया कि अंतरिक्ष मलबे को अनियंत्रित रूप से पृथ्वी पर गिरने देने से अनावश्यक जोखिम पैदा होता है. जान लें कि अंतरिक्ष मलबे को नष्ट करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों के बावजूद चीन अकेला देश नहीं है जो ऐसा करता है.

गौरतलब है कि चीन अंतरिक्ष में स्वतंत्र रूप से काम करता है और एजेंसी के अनुसार नासा को चीन या चीनी स्वामित्व वाली कंपनियों के साथ किसी भी द्विपक्षीय गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है. हालांकि, चीन पहले भी कह चुका है पृथ्वी पर अंतरिक्ष का मलबा गिराने में ज्यादा रिस्क नहीं है.

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