Taiwan Row: वैश्विक व्यवस्था के लिये खतरा बन गए रूस-चीन! UP से भी छोटे देश ने कही ये बड़ी बात
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Taiwan Row: वैश्विक व्यवस्था के लिये खतरा बन गए रूस-चीन! UP से भी छोटे देश ने कही ये बड़ी बात

Taiwan Power: ताइवान में आबादी करीब 2.3 करोड़ है. कुछ ट्रैवल वेबसाइट्स का दावा है कि आप 8 घंटे में इस देश का चक्कर लगा सकते हैं. सीमित क्षमताओं के बावजूद ताइवान के लोगों की एकजुटता है जो चीन से डरने के बजाए 'ड्रैगन' से आंख मिलाकर उसे मुंहतोड़ जवाब देने की धमकी दे रहा है.

Taiwan Row: वैश्विक व्यवस्था के लिये खतरा बन गए रूस-चीन! UP से भी छोटे देश ने कही ये बड़ी बात

China Taiwan Conflict: ताइवान और चीन को लेकर एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हो रही है. ताइवान में अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी और सीनेटर मार्सा के दौरे के बाद चीन बौखलाया हुआ है. अमेरिका के बढ़ते ताइवान दौरों के विरोध में चीन सिर्फ बयानबाजी ही नहीं कर रहा है बल्क‍ि ताइवान के डिफेंस जोन में 21 एयरक्राफ्ट उड़ाकर चेतावनी भी दे रहा है. इस बीच एक बार फिर ताइवान ने बीजिंग को आंखे दिखाते हुए उसे दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा बताया है.

दुनिया के लिए खतरा बने रूस-चीन: ताइवान

ताइवान की नेता ने शुक्रवार को कहा कि बीजिंग द्वारा उनके देश के पास बड़े स्तर पर सैन्य अभ्यास और यूक्रेन पर मॉस्को के हमले के जरिये चीन और रूस 'वैश्विक व्यवस्था को बाधित कर उसके लिये खतरा' बन रहे हैं. राष्ट्रपति साई इंग वेन ने अमेरिका की सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न के साथ ताइपे में हुई एक बैठक के दौरान यह बात कही. अमेरिकी संसद के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की इस महीने हुई यात्रा के बाद किसी अमेरिकी सांसद की यह दूसरी ताइवान यात्रा है.

बौखलाहट में हवाई फायर कर रहा चीन

पेलोसी की इस यात्रा को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए चीन ने ताइवान द्वीप के पास सैन्य अभ्यास किया था, जिसमें कई मिसाइल दागी गई और दर्जनों युद्धपोत तथा युद्धक विमानों ने हिस्सा लिया. कुछ पोतों ने ताइवान जलडमरूमध्य में मध्य रेखा को भी पार किया, जो लंबे समय से दोनों पक्षों के बीच ‘बफर जोन’ के तौर पर काम करती रही है. चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और जरूरत पड़ने पर सैन्य बल से उस पर नियंत्रण करने की इच्छा रखता है.

रूस की नजदीकी से बढ़ी चिंता

बीजिंग ने रूस के साथ अपने गठजोड़ को भी मजबूत किया है और यूक्रेन पर उसके हमले का मौन समर्थन भी किया है. साई ने कहा, 'इन सभी घटनाक्रमों से पता चलता है कि किस तरह निरंकुश शासन वाले देश विश्व व्यवस्था को बाधित कर उसके लिए खतरा बन गए हैं.'

अमेरिका के टेनेसी से रिपब्लिकन पार्टी की सीनेटर ब्लैकबर्न ने दोनों सरकारों के बीच साझा मूल्यों का जिक्र करते हुए कहा कि वह ताइवान को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में समर्थन करने के लिए काम करना जारी रखेंगी. हालांकि बाद में विदेश मंत्रालय के इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमेसी एंड इंटरनेशनल अफेयर्स में अपनी टिप्पणी में ब्लैकबर्न ने उन नेताओं की भी आलोचना की, जो निरंकुश शासकों के खतरे को गंभीरता से लेने में विफल रहे. उन्होंने हालांकि ऐसे नेताओं की पहचान जाहिर नहीं की.

शी जानते हैं सिर्फ कब्जे की भाषा!

उन्होंने कहा कि चीन के राष्ट्रपति और सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता शी चिनफिंग 'ताइवान की सुरक्षा को खतरे में डालना सिर्फ इस वजह से बंद नहीं करेंगे कि यह सभी के सर्वश्रेष्ठ हित में होगा. वह एक आम नेता नहीं हैं. और शेष दुनिया के साथ सामान्य प्रतिक्रियाओं या संबंधों में उनकी रुचि नहीं है.'

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