Jinping की नीतियों पर सवाल उठाने वाले Jack Ma पर China की कार्रवाई, Alibaba पर लगाया रिकॉर्ड जुर्माना
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Jinping की नीतियों पर सवाल उठाने वाले Jack Ma पर China की कार्रवाई, Alibaba पर लगाया रिकॉर्ड जुर्माना

चीनी नियामकों का कहना है कि अलीबाबा की गतिविधि सीधे तौर पर चीन के एकाधिकार-विरोधी नियमों के उल्लंघन है. वहीं, जानकारों का मानना है कि जैक मा की कंपनियों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है. क्योंकि राष्ट्रपति उनसे नाराज चल रहे हैं. जैक ने पिछले साल सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए थे.

 

फाइल फोटो

बीजिंग: चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) अरबपति जैक मा (Jack Ma) के पीछे हाथ धोकर पड़ गए हैं. जैक की कंपनियों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. अब ‘अलीबाबा’ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. सरकार ने एकाधिकार-विरोधी नियमों (Anti-Monopoly Rules) के उल्लंघन का हवाला देते हुए अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) पर 2.78 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है. इसे देश में किसी कंपनी के खिलाफ हुई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है. 

  1. एकाधिकार-विरोधी नियमों के तहत चीन ने की कार्रवाई
  2. पहले भी जैक मा की कंपनियों पर हो चुकी है कार्रवाई
  3. पिछले साल से सरकार के निशाने पर हैं जैक मा

Revenue के 4% के बराबर जुर्माना

हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, चीनी नियामकों का कहना है कि अलीबाबा ग्रुप ने न केवल एंटी-मोनोपोली नियमों का उल्लंघन किया है, बल्कि बाजार में अपनी साख का दुरुपयोग भी किया है. इसलिए कंपनी के खिलाफ 18 बिलियन युआन (2.75 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है. जुर्माने की यह राशि 2019 में अलीबाबा द्वारा कमाए गए राजस्व के लगभग 4% के बराबर है. गौरतलब है कि जैक मा ने पिछले साल सरकार की नीतियों की आलोचना की थी, तभी से वह सरकार के निशाने पर आ गए हैं. 

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पिछले साल शुरू हुई थी Investigation

चीन के स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फॉर मार्केट रेगुलेशन (SAMR) ने पिछले साल जैक मा की कंपनी अलीबाबा के खिलाफ जांच शुरू की थी. इससे पहले, अधिकारियों ने एंट ग्रुप (अलीबाबा की इंटरनेट फाइनेंस आर्म) के 37 बिलियन डॉलर के आईपीओ को रोक दिया था. SAMR ने शनिवार को बताया कि अलीबाबा समूह 2015 से बाजार में अपने एकाधिकार का दुरुपयोग कर रहा है. कंपनी अपने व्यापारियों को अन्य ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से रोकती रही है.

SAMR ने कंपनी को दिया आदेश

SAMR की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अलीबाबा की गतिविधि सीधे तौर पर चीन के एकाधिकार-विरोधी नियमों के उल्लंघन है. SAMR ने अलीबाबा को आंतरिक अनुपालन को मजबूत करने और उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक सुधार करने का आदेश दिया है. वहीं, जानकारों का मानना है कि जैक मा की कंपनियों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है. क्योंकि राष्ट्रपति उनसे नाराज चल रहे हैं.

Alibaba ने स्वीकार किया फैसला

उधर, अलीबाबा ने इस फैसले के खिलाफ पर कोई नाराजगी नहीं जताई है. कंपनी ने अपने आधिकारिक वीबो अकाउंट पर लिखा है कि उसने SAMR के निर्णय को स्वीकार कर लिया और उसके आदेशों पर पूरी तरह अमल करेगी. अलीबाबा ने यह भी कहा है कि वह कॉरपोरेट अनुपालन को बेहतर बनाने के लिए काम करेगी. वह यह कोई पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी जैक मा के स्वामित्व वाली कंपनियों के खिलाफ किसी न किसी वजह से कार्रवाई की जा चुकी है. जैक खुद भी जानते हैं कि सरकार उनसे बदला ले रही है, इसलिए वह कोई टिप्पणी नहीं करते.

 

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