इस पाकिस्तानी ने 'ठग' लिए Bill Gates के 7 अरब 43 करोड़ रुपये; किताब में दावा
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इस पाकिस्तानी ने 'ठग' लिए Bill Gates के 7 अरब 43 करोड़ रुपये; किताब में दावा

माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में एक रहे बिल गेट्स (Bill Gates) अपनी समझदारी और कारोबारी क्षमता के लिए जाने जाते हैं. हालांकि एक पाकिस्तानी उन्हें ऐसा बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचा गया, जिसे वह कभी नहीं भुला सकेंगे. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: बिल गेट्स (Bill Gates) माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में एक रहे हैं. उनका विभिन्न देशों में कारोबार फैला हुआ है. वे अपनी जिंदगी में एक पाकिस्तानी को कभी नहीं भूल सकेंगे. इस पाकिस्तानी ने उनका कोई भला नहीं किया बल्कि उन्हें मूर्ख बनाकर उनके 100 मिलियन डॉलर यानी 7 अरब 43 करोड़ रुपये 'हड़प' (Fraud with Bill Gates) लिए.

  1. पाकिस्तानी आरिफ नकवी ने की धोखाधड़ी
  2. ये काम करता था नकवी
  3. सुपर अमीरों से बना रखे थे संबंध

ये काम करता था नकवी

हाल में सामने आई एक किताब में ये दावा किया गया है. किताब में कहा गया है कि आरिफ नकवी (Arif Naqvi) नाम के एक पाकिस्तानी ने बिल गेट्स (Bill Gates) को बेवकूफ बनाया. सहयोगी वेबसाइट DNA की रिपोर्ट के मुताबिक आरिफ नकवी पाकिस्तान के प्राइवेट इक्विटी फर्म द अबराज ग्रुप का प्रमुख था. वह दुनिया के निवेशकों के लिए विभिन्न बिजनेस में पैसा लगवाने का काम करता था. 

सुपर अमीरों से बना रखे थे संबंध

अपने रसूख के बल पर आरिफ नकवी ने बिल गेट्स, बिल क्लिंटन और Goldman Sachs के पूर्व सीईओ रहे लॉयड ब्लैंकफेन सहित सुपर अमीर के साथ अच्छे संबंध बना लिए थे. इन संबंधों का फायदा उठवाकर उन्होंने इन्वेस्ट कराने के नाम पर बिल गेट्स से भारी भरकम ली और फिर उसे 'हड़प' लिया. 

Simon Clark और Will Louch की लिखी किताब 'The Key Man: The True Story of How The Global Elite was Duped by a Capitalist Fairy Tale' में दावा किया गया है कि आरिफ नकवी असल में एक 'ठग' था, जो सुपर अमीर लोगों को बेवकूफ बनाकर उनकी अरबों रुपये की संपत्ति हड़पने का काम करता था. 

ऐसा हुआ नकवी का भंडाफोड़

किताब के मुताबिक, नकवी (Arif Naqvi) ने उसे मिले 78 करोड़ डॉलर की 'हेराफेरी' की. इनमें से 38.5 करोड़ डॉलर का तो कोई हिसाब-किताब ही नहीं है. आरिफ नकवी को अपनी इन करतूतों के लिए अब जेल की लंबी सजा का सामना करना पड़ सकता है. इसकी वजह ये है कि जब आरिफ न्यूयॉर्क में था, तब उसके एक कर्मचारी ने वर्ष 2017 में सभी निवेशकों को गुमनाम ई-मेल भेजकर उसकी करतूतों की जानकारी दी. आरिफ नकवी का असली चेहरा सामने आने पर इन्वेस्टर्स को बड़ा झटका लगा. इसके साथ ही प्राइवेट इक्विटी फर्म द अबराज ग्रुप का पतन हो गया. 

किताब में कहा गया है कि आरिफ नकवी का जन्म 1960 में कराची में हुआ और उसके बाद पढ़ाई के लिए वह लंदन चला गया. आरिफ नकवी ने 118 मिलियन डॉलर जुटाने के बाद 2003 में अबराज ग्रुप की स्थापना की. इस पैसे को जुटाने में मध्य पूर्व की सरकारों, राजशाही खानदानों और बड़े कारोबारियों ने उसका बड़ा साथ दिया.  

ओबामा भी थे नकवी के मुरीद

आरिफ नकवी (Arif Naqvi) का असर इतना बढ़ चुका था कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 250 अन्य मुस्लिम व्यापारिक नेताओं के साथ, 2010 में उद्यमिता पर एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उसे आमंत्रित किया. इस सम्मेलन के 2 महीने बाद अमेरिकी सरकार ने नकवी के अबराज ग्रुप में 15 करोड़ डॉलर का निवेश किया.

किताब के लेखक लिखते हैं, 'आरिफ नकवी ने अपना असर बढ़ाने के लिए दुनिया भर की यूनिवर्सिटी को लाखों डॉलर दिए. इनमें अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स भी शामिल रहे.'  

पाकिस्तान में शुरू किया ये फाउंडेशन

अपनी इमेज बिल्डिंग करने के लिए आरिफ नकवी (Arif Naqvi) ने बिल और मेलिंडा गेट्स की तरह अमन फाउंडेशन बनाया. नकवी ने फाउंडेशन शुरू करते हुए दावा किया कि इसका मकसद पाकिस्तान में स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा में सुधार करना है. उसने इस फाउंडेशन के लिए 100 करोड़ डॉलर यानी 7 अरब 43 करोड़ रुपये का फंड भी लगाया. 

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वर्ष 2007 में इस देश में बनाया ठिकाना

किताब में कहा गया है कि आरिफ नकवी (Arif Naqvi) एक शानदार जीवनशैली जीता था. उसके पास एक प्राइवेट जेट था. वह नए इन्वेस्टर्स से मिलने के लिए याट का इस्तेमाल करता था. आरिफ नकवी वर्ष 2007 में दुबई के शानदार बंगले में रहना चला गया था. उस इलाके को दुबई का बेवरली हिल्स भी कहा जाता है. 

ऐसे दिया बिल गेट्स को धोखा

आरिफ नकवी (Arif Naqvi) और बिल गेट्स अक्सर विभिन्न सम्मेलन में मिलते रहते थे. दोनों ने मिलकर तय किया कि उनके फाउंडेशन पाकिस्तान में फैमिली प्लानिंग का प्रोग्राम चलाएंगे. इसके बाद Bill Gates Foundation की ओर से नकवी को 100 मिलियन डॉलर जारी कर दिए गए. इन पैसों को पाकिस्तान में अस्पतालों और क्लीनिकों में निवेश किया जाना था. 

रिपोर्ट के मुताबिक बाद में नकवी ने इस धनराशि का मिसयूज करना शुरू कर दिया. इसके लिए उसने अपनी फर्म में सीक्रेट ट्रेजरी डिपार्टमेंट का गठन किया. इस डिपार्टमेंट के बारे में उसके कर्मचारियों को भी नहीं पता था. जब नकवी के एक कर्मचारी ने बिल गेट्स (Bill Gates) को ईमेल करके सारे गोरखधंधे की जानकारी दी. तब बिल गेट्स फाउंडेशन की ओर से मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई. इसके बाद जब नकवी न्यूयार्क गया हुआ था, तब अमेरिकी पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया. हालांकि बिल गेट्स की 100 मिलियन डॉलर की धनराशि पूरी तरह डूब गई.

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