Railway Train Engine: यह बहुत ही आसान ट्रिक है और इंजन पर लिखे कुछ शब्दों की मदद से हम तुरंत पहचान सकते हैं कि यह पैसेंजर ट्रेन का इंजन है या मालगाड़ी का इंजन है. हालांकि इंजन की बनावट भी अलग-अलग तरीकों से होती है. लेकिन उस पर यह जरूर इंगित किया जाता है कि यह इंजन कितना भार खींच सकता है. आइए इसके बारे में समझते हैं.
भारतीय रेल सेवा दुनिया की कुछ प्रतिष्ठित और विश्वसनीय रेल सेवाओं में से एक है. भारत के तमाम लोग आज भी भारतीय रेल की कुछ रोचक जानकारियों के बारे में नहीं जानते हैं. ऐसी ही एक और जानकारी लेकर हम आज हैं कि कैसे इंजन देखकर यह पता लग जाता है कि यह मालगाड़ी का इंजन है या सवारी गाड़ी का इंजन है.
दरअसल, भारतीय रेल के इंजनों में कुछ अक्षर लिखे होते हैं. इनमें WAG, WAP, WDM, WAM जैसे अक्षर लिखे होते हैं. इन्हीं के आधार पर हम निकाल सकते हैं कि इंजन कितना भार खींच सकता है. ‘W’ का मतलब रेलवे ट्रैक के गेज से है, जो पांच फीट का होता है. ‘A’ का अर्थ है कि पावर का स्रोत इलेक्ट्रिसिटी. और वहीं ‘D’ का अर्थ है कि ट्रेन डीजल पर चलती है.
जबकि P का अर्थ है यात्री ट्रेन, G का अर्थ है मालगाड़ी, M का अर्थ है मिश्रित उद्देश्यों के लिए और S का अर्थ है ‘शंटिंग’. इन्हीं अक्षरों के आधार पर हम जान सकते हैं कि यह इंजन किस प्रकार की गाड़ी है.
आपकी अतिरिक्त जानकारी के लिए एक और चीज बताते हैं कि WAG, WAP और WAM का मतलब क्या होता है. WAG का मतलब यह इंजन वाइड गेज ट्रैक पर चलता है और एक एसी मोटिव पावर इंजन है, जिसका इस्तेमाल मालगाड़ी को खींचने के लिए किया जाता है.
WAP का मतलब यह एसी की ताकत से चलता है और पैसेंजर ट्रेन को खींचता है. जबकि WAM का मतलब यह एक एसी मोटिव पावर इंजन है, लेकिन मिश्रित है और यह यात्री और मालगाड़ी दोनों को खींचने के लिए किया जाता है. और आखिर में WAS का मतलब है शंटिंग प्रयोजनों के लिए इनका उपयोग होता है.
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