सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दूल्हा, उसका परिवार और कुछ महिलाएं रात में टहलते नजर आ रहे हैं. दूल्हे के परिवार के सदस्यों में से एक ने कहा, "ड्राइवरों की हड़ताल के कारण कोई परिवहन उपलब्ध नहीं था. हम गांव पहुंचने के लिए पूरी रात चले. हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था."
शुक्रवार सुबह निकाह का रस्म अदायगी की गई, लेकिन दूल्हा और उसका परिवार दुल्हन के घर पर रुके रहे और चालक संघ के हड़ताल वापस लेने का इंतजार कर रहे थे ताकि वे घर गाड़ी से लौट सकें.
ड्राइवर एकता महासंघ ने बीमा, पेंशन जैसे सामाजिक कल्याण उपायों और कल्याण बोर्ड के गठन की मांग को लेकर बुधवार से राज्य भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी. राज्य सरकार द्वारा उनकी सभी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद शुक्रवार को ओडिशा में वाणिज्यिक वाहनों के चालकों की हड़ताल 90 दिनों के लिए स्थगित कर दी गई.
दुल्हन के चाचा ने कहा, "हम आदिवासी हैं और लंबी पैदल यात्रा से परिचित हैं. हम रात में भी सड़कों से परिचित हैं, और शादियों के लिए पैदल चलना आम बात थी. हालांकि, पिछले कुछ सालों से वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है."
दो लाख से अधिक चालकों की हड़ताल ने काम पर जाने वाले लोगों और एक ही स्थान पर रहने वाले पर्यटकों सहित सभी के लिए रोजमर्रा की जिंदगी को बाधित कर दिया है. इससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी इजाफा हुआ है.
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