हास्य व व्यंग्य के जरिए अंतरदृष्टि पैदा करते थे भट्टी
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हास्य व व्यंग्य के जरिए अंतरदृष्टि पैदा करते थे भट्टी

अपने व्यंग्य व हास्य के जरिए लोगों में अंतरदृष्टि पैदा करने वाले जसपाल भट्टी अब हमारे बीच नहीं हैं। गुरुवार तड़के एक सड़क दुर्घटना में 57 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। भट्टी को व्यंग्य व मजाक का बादशाह कहा जाता था।

चंडीगढ़ : अपने व्यंग्य व हास्य के जरिए लोगों में अंतरदृष्टि पैदा करने वाले जसपाल भट्टी अब हमारे बीच नहीं हैं। गुरुवार तड़के एक सड़क दुर्घटना में 57 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। भट्टी को व्यंग्य व मजाक का बादशाह कहा जाता था।
गुरुवार को जब भट्टी के निधन की खबर आई तो उनके प्रशंसक शोक में डूब गए। जालंधर के एक अस्पताल में सफेद चादर में लिपटा उनका शव रखा गया था। भट्टी इन दिनों अपनी नई फिल्म `पॉवर कट` के प्रचार में व्यस्त थे। उनके 40 दिवसीय इस कार्यक्रम का गुरुवार को जालंधर में समापन होना था। फिल्म शुक्रवार को प्रदर्शित होने वाली है और उनके बेटे जसराज इससे अभिनय की शुरुआत कर रहे हैं।
तीन मार्च, 1955 को अमृतसर में जन्मे भट्टी का पंजाब के ही नाकोदर शहर के नजदीक दुर्घटना में निधन हो गया। पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर भट्टी शायद सबसे लोकप्रिय सिख हास्य कलाकार थे। हाजिरजवाबी और व्यंग्य उनके खून में था।
उन्होंने चंडीगढ़ के प्रतिष्ठित पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के अपने दिनों में 80 के दशक की शुरुआत में सामाजिक बुराइयों व मुद्दों पर कटाक्ष करने के लिए `नॉनसेंस क्लब` बनाया था। इसके बाद भट्टी कहीं रुके नहीं और लगातार आगे बढ़ते रहे। वह पंजाब सरकार में एक इंजीनियर के तौर पर नियुक्त हुए लेकिन उनका दिल और आत्मा हमेशा व्यंग्य व हास्य में रहे। उन्होंने 80 के दशक के आखिर में अंग्रेजी दैनिक `द ट्रिब्यून` से एक काटरूनिस्ट के तौर पर शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल पर लोकप्रिय शो `उल्टा-पुल्टा` पेश किया।
कुछ ही समय में सामाजिक मुद्दों पर भट्टी के व्यंग्य देशभर में मशहूर हो गए। इसके बाद उन्होंने एक और टीवी शो `फ्लॉप शो` प्रस्तुत किया। भट्टी अपने समय के सबसे लोकप्रिय व सबसे ज्यादा दिखने वाले सिख कलाकार थे। उनके प्रशंसक न केवल पंजाब बल्कि देशभर में थे। वह भले ही चण्डीगढ़ में रहते थे लेकिन फिल्मों व टीवी कार्यक्रमों के लिए मुम्बई व दिल्ली आते-जाते रहते थे।
उन्होंने 1999 में एक लोकप्रिय पंजाबी फिल्म `माहौल ठीक है` का निर्माण व निर्देशन किया। यह फिल्म पंजाब पुलिस व प्रशासन पर व्यंग्य थी।
उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में अभिनय किया। उनका आमिर खान-काजोल अभिनीत फिल्म `फना` में निभाया जॉली गुड सिंह का किरदार काफी लोकप्रिय है। भट्टी की पत्नी सविता भट्टी ने भी उनके साथ कई टीवी कार्यक्रमों व पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया। भट्टी के हास्य की गम्भीरता को इसी से समझा जा सकता है कि पिछले साल भारतीय निर्वाचन आयोग ने अपने जागरूकता अभियान के लिए उन्हें अपना ब्रांड एम्बेस्डर बनाया था। (एजेंसी)

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