युवा संगीतकारों को भी मिले राष्ट्रीय पुरस्कार: अमजद अली खान
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युवा संगीतकारों को भी मिले राष्ट्रीय पुरस्कार: अमजद अली खान

मशहूर सरोद वादक अमजद अली खान ने भारत सरकार से अपील की है कि वह खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अर्जुन पुरस्कार की ही तर्ज पर शास्त्रीय संगीत में आने वाले युवा कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार देना शुरू करे।

न्यूयॉर्क : मशहूर सरोद वादक अमजद अली खान ने भारत सरकार से अपील की है कि वह खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अर्जुन पुरस्कार की ही तर्ज पर शास्त्रीय संगीत में आने वाले युवा कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार देना शुरू करे। खान ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति और गृहमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि भारत में शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए 40 वर्ष से कम की उम्र वाले युवा संगीतकारों को समर्थन देने का समय आ गया है।
खान ने बताया, जब हम खेलों में युवा खिलाड़ियों को तीस साल की उम्र में ही सम्मान दे देते हैं तो फिर हम युवा संगीतकारों को सम्मान क्यों नहीं देते। हम क्यों पदमश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार देने के लिए उनके 80 वर्ष का होने का इंतजार करते हैं? भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) का यह कर्तव्य है कि वह बूढ़े लोगों को विदेश यात्रा पर भेजने के बजाय युवा कलाकारों को समर्थन और प्रोत्साहन दे। उन्होंने कहा, यदि युवा संगीतकारों को कोई सम्मान नहीं मिलता तो उन्हें क्या प्रेरणा मिलेगी? वे संगीत में पैसा बनाने के लिए नहीं हैं बल्कि अपना जुनून पूरा करने के लिए हैं।
67 वर्षीय खान ने कहा कि युवा संगीतकारों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार कम से कम इतना तो कर ही सकती है कि खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अजरुन पुरस्कार की तरह उन्हें भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाए। खान ने पूछा, हाल ही में हमने देखा कि सरकार ने एक संगीतकार को 105 वर्ष की उम्र में सम्मानित किया है। आखिर संगीतकारों को तब तक इंतजार क्यों करना पड़ता है, जब कि वे मंच तक चलकर जाने में भी असमर्थ नहीं हो जाते। वे यह सुन भी नहीं पाते कि आखिर मंच पर उनके बारे में कहा क्या जा रहा है। आखिर ये पुरस्कार मृत्यु शैया पर पड़े होने पर क्यों दिए जाएं?
उन्होंने कहा, मैं कलाकारों को वृद्धावस्था में सम्मानित करने के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन सवाल यह है कि सरकार इतने सालों से कलाकारों की पहचान के लिए कर क्या रही थी और क्या जो लोग उनका चयन कर रहे हैं वे संगीत में उनके योगदान को जानते हैं? खान ने तर्क दिया कि कलाकारों को प्रोत्साहन उनकी युवावस्था में दिया जाना चाहिए न कि तब, जब वे सेवानिवृत्त हो चुके हों। उन्होंने कहा कि हालांकि कला या संगीत के लिए कोई उम्रसीमा नहीं होती लेकिन कलाकारों और संगीतकारों के लिए होती है। (एजेंसी)

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