ZEE जानकारीः दिल्ली के 25 स्कूलों में Project धूप की शुरुआत
Advertisement

ZEE जानकारीः दिल्ली के 25 स्कूलों में Project धूप की शुरुआत

FSSAI ने इस समस्या को देखते हुए दिल्ली के 25 स्कूलों में ..Project धूप.. की शुरुआत की है, इसके तहत स्कूलों में सुबह की Assembly का समय बदलकर, सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे के बीच करने की सलाह दी गई है.

ZEE जानकारीः दिल्ली के 25 स्कूलों में Project धूप की शुरुआत

अब हम जिस खबर का विश्लेषण करेंगे वो आपके बच्चों की सेहत से जुड़ी खबर है इसलिए देश के हर माता-पिता को इस ख़बर को बहुत ध्यान से देखना चाहिए. चिंता की बात ये है कि Vitamin D  की कमी की वजह से हमारे देश के बच्चों की हड्डियां बहुत कमज़ोर हो चुकी हैं और ज़्यादातर मां-बाप को, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. देश में स्कूली बच्चों में Vitamin D  की कमी को देखते हुए Food Safety and Standards Authority of India ने एक सर्वे किया..जिसमें ये पाया गया कि देश के स्कूलों में पढ़ने वाले 90 प्रतिशत बच्चों की हड्डियां कमज़ोर हैं जबकि दिल्ली के बच्चों में ये समस्या 90 से 98 प्रतिशत तक है . ये देश के भविष्य के लिए बहुत चिंता की बात है क्योंकि कमज़ोर हड़्डियों वाले बच्चे... भारत को सुपरपॉवर बनाने की ज़िम्मेदारी नहीं उठा सकते हैं. 

बच्चों में Vitamin D की कमी का सबसे बड़ा कारण है...सूर्य की रोशनी से दूर होना यानी धूप में ना रहने की वजह से बच्चों की हड्डियां कमज़ोर हो रही है. Vitamin D की कमी को 90 प्रतिशत तक, सूर्य की रोशनी से पूरा किया जा सकता है और सबसे अच्छी बात ये है कि ये सुविधा आपको मुफ़्त में उपलब्ध है. इसके लिए आपको थोड़ी देर के लिए धूप में जाना होता है. लेकिन इसके बावजूद बच्चों में Vitamin D की कमी है.

आजकल- घरों और स्कूलों में Air-Conditioned वातावरण है ऐसे में बच्चों का धूप से संपर्क कम हो जाता है. इसके अलावा बच्चों को Video Games और Smart Phones पर Game खेलने की आदत पड़ गई है. अब वो मैदान में पसीना बहाने के बजाए AC की ठंडी हवा में खेलना ज़्यादा पसंद करते हैं . अगर आपके बच्चों में इस तरह की आदतें हैं तो आपको सावधान होने की ज़रूरत है 

FSSAI ने इस समस्या को देखते हुए दिल्ली के 25 स्कूलों में ..Project धूप.. की शुरूआत की है, इसके तहत स्कूलों में सुबह की Assembly का समय बदलकर, सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे के बीच करने की सलाह दी गई है . ऐसा करने से बच्चे धूप के संपर्क में आएंगे और जिससे Vitamin D की कमी को दूर किया जा सकता है. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि भारत के ज़्यादातर हिस्सों तापमान बढ़ रहा है ऐसे में 11 बजे से 1 बजे के बीच धूप के संपर्क में आना, आपको परेशान भी कर सकता है.

AIIMS की एक स्टडी के मुताबिक धूप लेने का सबसे अच्छा समय सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच होता है क्योंकि तेज धूप में ultraviolet किरणें शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं. यानी दो एजेंसियों की रिपोर्ट में धूप लेने के समय को लेकर मतभेद है. इसके अलावा इस एजेंसी ने बच्चों की स्कूल ड्रेस को Redesign करने की सलाह दी है यानी स्कूल ड्रेस को ऐसा बनाय़ा जाए जिससे बच्चों के हाथ- पैर और चेहरे पर धूप लग सके. शरीर को पूरी तरह से ढकने पर सूर्य की किरणें त्वचा के संपर्क में नहीं आ पातीं और इससे Vitamin D की कमी हो सकती है . ऐसा नहीं कि ये समस्या सिर्फ़ बच्चों तक ही सीमित है, देश के ज़्यादातर लोगों में Vitamin D की समस्या बहुत बड़े स्तर पर है 

एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में Vitamin supplements का बाजार 3 लाख करोड़ रूपये का है, इसके अलावा अकेले Vitamin D का बाज़ार 11 हज़ार करोड़ रूपये का है और इसमें भारत का हिस्सा बहुत बड़ा है. इसके अलावा वर्ष 2016 में पूरी दुनिया में  Vitamin D की जांच करने वाले Blood Test का बाज़ार करीब 3 हज़ार 200 करोड़ रूपये का था . ये आंकड़ा हर साल बहुत तेजी से बढ़ रहा है. यानी ये समस्या बड़ी हो रही है. इसका मतलब ये हुआ कि दवा और जांच कंपनियां, आपकी जानकारी की कमी का भरपूर फ़ायदा उठा रही हैं जबकि इस समस्या का इलाज मुफ़्त में उपलब्ध है. बस आपको कुछ समय सूर्य की रोशनी में बिताना है और ये कोई मुश्किल काम नहीं है .

Trending news