CM चन्नी को आसानी से हराने वाले डॉक्टर साहब कौन हैं? इनके मां बाप थे अनपढ़
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CM चन्नी को आसानी से हराने वाले डॉक्टर साहब कौन हैं? इनके मां बाप थे अनपढ़

CM को हराने वाले डॉ. चरणजीत सिंह का कहना है कि वो डॉक्टरी का काम जारी रखेंगे. चमकौर साहिब से आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट डॉक्टर चरणजीत सिंह पेशे से आई सर्जन हैं. इनके मां बाप अनपढ़ थे लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते थे. 

CM चन्नी को आसानी से हराने वाले डॉक्टर साहब कौन हैं? इनके मां बाप थे अनपढ़

नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दो जगह से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से हार गए. इस बीच खास बात ये है कि पंजाब की चमकौर साहिब सीट से पंजाब के सीएम को हराने वाले शख्स का नाम भी डॉक्टर चरणजीत सिंह ही है. आम आदमी पार्टी के डॉ. चरणजीत सिंह (Dr. Charanjit Singh) ने चन्नी को लगभग 8 हजार वोटों से हराया. चमकौर साह‍िब (SC आरक्ष‍ित) सीट से पहले चरणजीत सिंह चन्नी अपनी भदौड़ सीट भी हार चुके हैं. हालांकि मुकाबड़ा कड़ा था, मगर चरणजीत सिंह चन्नी बढ़त बना पाने में कामयाब नहीं हुए.

  1. डॉ. चरणजीत सिंह ने ही दी सीएम चन्नी को शिकस्त
  2. पेशे से डॉक्टर हैं सीएम को हराने वाले चरणजीत सिंह
  3. पहले कांग्रेस में ही थे, फिर थामा आप का दामन 

अब क्या करेंगे डॉक्टर चरणजीत सिंह?

CM को हराने वाले डॉ. चरणजीत सिंह का कहना है कि वो डॉक्टरी का काम जारी रखेंगे. चमकौर साहिब से आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट डॉक्टर चरणजीत सिंह पेशे से आई सर्जन (Eye Surgeon) हैं. इनके मां बाप अनपढ़ थे लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते थे. 

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पहले कांग्रेस में ही थे डॉक्टर

तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े डॉक्टर चरणजीत सिंह पहले कांग्रेस में हुआ करते थे. 2015 में इन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की और 2017 में विधान सभा चुनाव लड़ा. लेकिन तब कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी से ही हार गए थे हालांकि उनका कहना है कि मैंने यह तय कर लिया था कि अगले चुनाव में इन्हीं को हराना है. इस जीत के बाद उन्होंने कहा कि अगर मकसद पता हो तो चुनौती जीतने में मजा भी बढ़ाता है.

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माता-पिता को याद कर हुए भावुक

Zee News से खास बातचीत में उन्होंने कहा, मां बाप पढ़ाना चाहते थे. उनका मानना है कि वो पढ़ाई करके ही यहां तक पहुंचे हैं तो इसके बाद भी उनकी डॉक्टरी आगे भी जारी रहेगी. हालांकि चुनाव नतीजों के बाद उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को फोन किया था लेकिन बातचीत नहीं हो पाई. उनका कहना है कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाने के लिए तैयार हैं.

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