दारुल उलूम देवबंद भारत में एक इस्लामिक मदरसा है.
यहीं से सुन्नी देवबंदी इस्लामी आंदोलन की शुरुआत हुई.
यूपी में स्थित दारुल उलूम भारत के सबसे महत्वपूर्ण इस्लामी मदरसों में से एक और दुनिया में सबसे बड़ा है.
दारुल उलूम देवबंद को इस्लामिक शिक्षा का विश्व में बड़ा केंद्र माना जाता रहा है.
दारुल उलूम देवबंद की स्थापना 31 मई 1866 को हुई थी.
यह देवबंद, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के एक शहर में स्थित है.
महमूद देवबंदी पहले शिक्षक थे और महमूद हसन देवबंदी पहले छात्र थे.
हाजी आबिद हुसैन और मौलाना कासिम नानौतवी द्वारा छत्तावाली मस्जिद में स्थित एक पेड़ के नीचे इसकी नींव रखी गई थी.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.