आत्मा शरीर को किस छेद से त्यागती है?

आत्मा

अंतिम समय में इंसान के शरीर के किन भागों से उसमें रह रही आत्मा निकलती है? आइए जानते हैं.

अंग

गरुड़ पुराण के अनुसार मनुष्य के शरीर में दस अंग हमेशा खुले रहते हैं.

मुख व मल मूत्र विसर्जन

दो आंख, नाक के दो छिद्र, दो कानों के छेद, मुख व मल मूत्र विसर्जन के द्वार व सिर के बीच का तलवा।

छिद्र

बच्चे का जब जन्म होता है तो उसके सिर को छूकर छिद्र को महसूस किया जा सकता है.

आत्मा का प्रवेश

कहते हैं कि मां के गर्भ में बच्चे के शरीर में इसी छिद्र से आत्मा का प्रवेश होता है.

शरीर के हिस्से

इंसान जिस तरह के कर्म अपने जीवन में करता है मौत के समय उसकी आत्मा उसी हिसाब से शरीर के हिस्से से निकलती है.

आत्मा

जैसे कि अगर व्यक्ति ने अच्छे कर्म किए हैं तो उसकी आत्मा सिर के तलवे से बाहर निकलती है.

बुरे कर्म

व्यक्ति के बुरे कर्म के हिसाब से बुरी आत्माएं गुप्तांगों से बाहर निकलती है और ऐसे होने के दौरान बहुत कष्ट होता है.

डिस्क्लेमर

यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और माध्यमों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को मानने से पहले अपने विशेषज्ञ की सलाह ले लें. ये सभी एआई से निकाले गए हैं, इन्हें वास्तिक चित्र न माना जाए. यह एक अनुमान है.

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