ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 18 मई को रात्रि 09:42 मिनट पर शुरू होगी और 19 मई को रात्रि 09:22 मिनट पर समाप्त होगी.
जिन लोगों की कुंडली में शनि ढैय्या या शनि की साढ़ेसाती चल रही है उन्हें इस दिन वट सावित्री के साथ शनि की पूजा करनी चाहिए.
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