सुबह-दोपहर नारियल का पानी या बबूल का रस लें. नारियल के पानी से चेहरा साफ करें.
फोड़े-फुन्सियां के लिए गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी और नारियल का रस पियें.
कोलाइटिस के लिए गाजर, पालक और अन्नानास का रस. 70 प्रतिशत गाजर के रस के साथ अन्य रस समप्राण. चुकन्दर, नारियल, ककड़ी, गोभी के रस का मिश्रण भी उपयोगी है.
अल्सर के लिए अंगूर, गाजर, गोभी का रस, केवल दुग्धाहार पर रहना आवश्यक है, खूब गर्म दूध में 2 चम्मच देशी गाय का घी डालकर मिक्स करके पियें.
सर्दी-कफ के लिए मूली, अदरक, लहसुन, तुलसी, गाजर का रस, मूंग अथवा भाजी का सूप पियें.
ब्रोन्काइटिस के लिए पपीता, गाजर, अदरक, तुलसी, अनन्नास का रस,मूंग का सूप पियें. स्टार्चवाली खुराक वर्जित.
दांत निकलते बच्चे के लिए अन्नानास का रस थोड़ा नींबू डालकर रोज चार औंस(100-125 ग्राम) दें. ऐसा करने से आराम मिलेगा.
रक्तवृद्धि के लिए मोसम्मी, अंगूर, पालक, टमाटर, चुकन्दर, सेव,रसभरी का रस रात को पियें. साथ ही रात को भिगोया हुआ खजूर का पानी सुबह में पियें. इलायची के साथ केले भी उपयोगी हैं.
स्त्रियों को मासिक धर्म कष्ट के लिए अंगूर, अन्नानास तथा रसभरी का रस आरामदायक है.
आंखों के तेज के लिए गाजर का रस तथा हरे धनिया का रस श्रेष्ठ है.