उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले लखीमपुर खीरी का थार कांड पूरे देश में सुर्खियों में रहा. माना जा रहा था कि यहां भाजपा को नुकसान होगा, लेकिन लखीमपुर खीरी की सभी 8 विधानसभा सीटों का नतीजा सभी को हैरान कर रहा है. वहीं, लखीमपुर में प्रचंड जीत से भाजपा उत्साहित है.
Trending Photos
लखीमपुर खीरी: तिकुनिया के थार कांड के बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को चौंका दिया है. यहां की सभी 8 विधानसभा सीटों पर भाजपा की जीत दर्ज की है. यहां की पलिया सीट से रोमी सहनी, निघासन सीट से शंशाक वर्मा, लखीमपुर सदर सीट से योगेश वर्मा, कस्ता सीट पर सौरभ सिंह सोनू, श्रीनगर सीट पर मंजू त्यागी, गोला गोकरण नाथ सीट पर अरविंद गिरी, मोहम्मदी सीट पर लोकेंद्र प्रताप सिंह और धौराहरा सीट पर भाजपा के विनोद शंकर अवस्थी ने भाजपा की जीत का परचम लहराया है.
गौरतलब है कि तिकुनिया में हुए थार कांड को लेकर किसान काफी आक्रोशित थे. इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और यूपी बीजेपी के कद्दावर नेता अजय मिश्र टेनी के बेटे का नाम जुड़ा होने के चलते विपक्ष लगातार हमलावर था. किसानों की मौत के बाद मचे कोहराम के चलते माना जा रहा था कि लखीमपुर की सभी सीटों पर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ेगा, लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजे इसके विपरीत आए.
पढ़ें: इन सीटों पर 500 से कम वोटों से हो गया खेल... बिगड़ गई शाह-योगी की रणनीति
लखीमपुर में प्रचंड जीत से भाजपा उत्साहित है. लखीमपुर में भी भाजपा ने पूरी ताकत झों दी और पीएम मोदी ने भी यहां रैली की थी,. ऐसे में लखीमपुर का चुनाव परिणाम बताता है कि तिकुनिया कांड के बाद यहां जो भाजपा विरोधी मुहिम चलाई गई थी, वो मोदी-योगी की लहर में बह गई.
किसान आंदोलन के दौरान हुआ था थार कांड
किसान आंदोलन के दौरान निघासन विधानसभा क्षेत्र में आने वाले तिकुनिया में थार गाड़ी से कई किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई. इसा दौरान किसानों की मौत हो गई थी. इस कांड में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी बनाए गए थे और कई महीनों तक जेल की सजा तक काटनी पड़ी थी. आशीष मिश्रा की जमानत को चुनौती देने वाली याचिका पर अब 15 मार्च को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा.
लखीमपुर खीरी में कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त
लखीमपुर की जनता ने सबसे ज्यादा कांग्रेस को निराश किया है. यहां की आठों सीटों पर कांग्रेस पूरी तरह लड़ाई से बाहर दिखी. जिले की आठों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई. पलिया को छोड़कर अन्य सीटों पर कांग्रेस 2000 वोटों तक भी बड़ी मुश्किल से पहुंच सकी है, जबकि तिकुनिया मामले को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रमुखता से उठाया था. पलिया में कांग्रेस के रिशाल अहमद ने 4514 वोट हासिल किया है.
नई सरकार में अरविंद और शशांक का बढ़ सकता है कद
विधानसभा चुनाव से पहले थार कांड के सुर्खियों में रहने के बावजूद निघासन विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार शशांक वर्मा ने जिले में सबसे ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है. इसलिए उम्मीद लगाई जा रही है कि राज्य की नई सरकार में शशांक वर्मा का कद बढ़ सकता है. वहीं, गोला से अरविंद गिरि पांचवीं बार विधायक बने हैं. इसलिए उम्मीद ये भी की जा रही है कि अनुभव के मामले में सबसे आगे अरविंद गिरि का योगी सरकार-टू में कद बढ़ सकता है. बता दें कि गिरि सपा से तीन बार और भाजपा से दो बार विधायक बन चुके हैं.
WATCH LIVE TV