अखिलेश यादव के फोन टैपिंग के आरोप पर CM योगी आदित्यनाथ ने दिया जवाब, जानें क्या कहा
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अखिलेश यादव के फोन टैपिंग के आरोप पर CM योगी आदित्यनाथ ने दिया जवाब, जानें क्या कहा

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आयकर विभाग ने 18 दिसंबर को लखनऊ में जैनेन्द्र यादव और राहुल भसीन, मऊ में राजीव राय, मैनपुरी में मनोज यादव के ठिकानों पर छापेमारी की. 

अखिलेश यादव (L), योगी आदित्यनाथ (R). (File Photo)

मथुरा: अपने करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के मुद्दे पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने कहा, 'पूरा देश जानता है कि जहां-जहां बीजेपी चुनाव हारने लगती है, इन संस्थाओं को आगे करती है.'' अखिलेश ने दावा किया कि सपा की जनसभाओं में जुट रही भीड़ को देखकर भारतीय जनता पार्टी डर गई है. इसलिए अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को चुनावी मैदान में उतारा है. देखते रहिए अभी ईडी और सीबीआई की एंट्री भी होगी. मोदी सरकार अपने विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.

मुख्यमंत्री खुद शाम को फोन रिकॉर्डिंग सुनते हैं: अखिलेश
इस दौरान सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार पर फोन टैपिंग का सनसनीखेज आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा, ''हमारे सभी फोनों को सुना जा रहा है. हमारे जितने भी फोन हैं समाजवादी पार्टी कार्यालय के, या हमारे संबंधी जितने भी लोग हैं, उनके मोबाइल को सुना जा रहा है. मुख्यमंत्री खुद शाम को कुछ रिकॉर्डिंग सुनते हैं. सोचिए ये अनुपयोगी सरकार है.'' मथुरा में भाजपा की 'जन विश्वास यात्रा' को हरी झंडी दिखाने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी से मीडिया ने जब अखिलेश के इन आरोपों पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, ''उनकी तरफ से यह कृत्य किए जाते होंगे तो उन्हें यही लगता होगा.''

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''सपा के पांच साल के कार्यकाल में संपत्ति 200 गुना बढ़ गई''
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा नेताओं के यहां आयकर विभाग के छापे पर कहा, ''कल मैंने अपने भाषण में जिक्र किया था कि आईटी के छापे एक रुटीन प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं. ऐसा तो पहली बार नहीं हुआ है. क्या कांग्रेस के समय नहीं हुआ था? आखिर इनकी आय से अधिक संपत्ति का मामला है. बीजेपी के समय का मामला तो नहीं है. ये तो कांग्रेस की सरकार के समय का मामला है. सपा के पांच साल के कार्यकाल में इनकी संपत्ति 200 गुना बढ़ गई, यह क्या है? आप इसको स्वीकार नहीं करेंगे. आईटी के छापे एक रुटीन प्रक्रिया के हिस्सा होते हैं. उसमें सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है.''

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अखिलेश के करीबियों को जानिए, जिनके यहां IT Raid पड़ी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आयकर विभाग ने 18 दिसंबर को लखनऊ में जैनेन्द्र यादव और राहुल भसीन, मऊ में राजीव राय, मैनपुरी में मनोज यादव के ठिकानों पर छापेमारी की. ये सभी सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बेहद करीबी हैं और पार्टी के वित्तपोषक माने जाते हैं. राहुल भसीन कपड़ों के बड़े कारोबारी हैं. मुलायम सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में कभी सीएम हाउस के सर्वेंट रूम में रहने वाले जितेंद्र यादव बिजली मिस्त्री का काम करते थे. आज म​र्सिडीज से चलते हैं. रीयल इस्टेट कारोबारी हैं. नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ में प्रॉपर्टी है. एक मिनरल वाटर की फैक्ट्री भी है. मनोज यादव आरसीएल ग्रुप के चेयरनमैन हैं. सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय का दुबई और बेंगलुरु में मेडिकल कॉलेज है.

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