अतीक अहमद ने एक महीने पहले रची थी उमेश की हत्या की साजिश, बिहार-नेपाल और कोलकाता कनेक्शन सामने आया
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अतीक अहमद ने एक महीने पहले रची थी उमेश की हत्या की साजिश, बिहार-नेपाल और कोलकाता कनेक्शन सामने आया

 युसुफ अतीक से मिलने साबरमती जेल गया था. लेकिन मुलाकात नही हो सकी थी. यूसुफ पहले भी अतीक और अशरफ के लिए काम  कर चुका है.

अतीक अहमद ने एक महीने पहले रची थी उमेश की हत्या की साजिश, बिहार-नेपाल और कोलकाता कनेक्शन सामने आया

मो.गुफरान/प्रयागराज: प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल मर्डर केस में एक के बाद एक रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इसमें केस की तफ्तीश के दौरान सामने आया है कि उमेश पाल हत्याकांड में साजिश के तार साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से होकर बरेली जेल में बंद अशरफ तक फैले है. अशरफ से मुलाकात के तीसरे दिन ही शूटरों ने उमेश पाल की हत्या का प्रयास किया था. लेकिन शूटरों की यह कोशिश फेल हो गई. ताजा जानकारी के मुताबिक एक महीने पहले ही जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी. इसकी जिम्मेदारी युसुफ को दी गई थी.

एक महीने पहले हुई थी हत्या की प्लानिंग
एक महीने पहले ही उमेश पाल की हत्या की प्लानिंग की गई थी. अतीक से जेल में मुलाकात न होने पर मर्डर का प्लान टाल दिया गया था. यूसुफ उर्फ़ लतीफ नाम के व्यक्ति को पहले  हत्या करने का ठेका दिया गया था. यूसुफ ने अशरफ से बरेली जेल में मुलाकात की थी. युसुफ अतीक से मिलने साबरमती जेल गया था. लेकिन मुलाकात नही हो सकी थी. यूसुफ पहले भी अतीक और अशरफ के लिए काम  कर चुका है.

नेपाल में यूसुफ के कई ठिकाने
बिहार के गैंग के कई मेंबर युसुफ के संपर्क में रहते हैं. नेपाल में भी उसकी अच्छी पकड़ मानी जाती है. अतीक के बड़े बेटे को सीबीआई की पकड़ से दूर रखने में यूसुफ का बड़ा हाथ था. नेपाल में यूसुफ के कई ठिकाने हैं. यूसुफ की तलाश में जुटी एसटीएफ की टीम बिहार,कोलकाता ,नेपाल में कनेक्शन खंगाल रही है. जानकारी के मुताबिक यूसुफ के काम न करने पर ही उस्मान को काम सौंपा गया था.

प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड के तेरह दिन पूरे
उमेशपाल हत्याकांड के तेरह दिन पूरे हो गए हैं. तेरहवीं की जगह घर पर शांति पाठ का आयोजन होगा. परिवार और रिश्तेदार शांति पाठ में शामिल होंगे.  केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी शांति पाठ में  शामिल होंगे. शांति पाठ दोपहर 12 बजे से शुरू होगा.

एक सनसनीखेज खुलासा विजय चौधरी उर्फ उस्मान को लेकर हुआ. वह कौंधियारा के गोठी गांव में एनकाउंटर में मारा गया.बेहद शातिर उस्मान का रसूख अतीक अहमद के D-227 गैंग में इस कदर बढ़ गया था कि वह सीधे माफिया अतीक और अशरफ से मिलता था. पुलिस की जांच में इस बात के पुख्ता प्रमाण भी मिले हैं. बता दें कि 24 फरवरी को गोली मारकर की गई थी उमेश की हत्या, माफिया अतीक के इशारे पर गुर्गों ने वारदात को अंजाम दिया.

Aligarh: 55 वर्षीय महिला और दो बेटियों की संदिग्ध हालात में मौत, पुलिस जांच में जुटी

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