UP Vidhan Sabha Chunav 2022: सुरेंद्र कालिया लखनऊ का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और अभी हाल ही में माफिया अभय सिंह के इशारे पर खुद पर गोली चलवा कर माफिया धनंजय सिंह को फंसाने के मामले में चर्चा में आया था. सुरेंद्र कालिया जिला पंचायत का सदस्य रह चुका है और जन अधिकार मंच के टिकट पर बालामऊ विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुका है,जिसमें उसे करारी हार झेलनी पड़ी थी.
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आशीष द्विवेदी/हरदोई: यूपी के हरदोई जिले में लखनऊ का हिस्ट्रीशीटर माफिया सुरेंद्र कालिया कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेगा. कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की जारी की गई तीसरी लिस्ट में सुरेंद्र कालिया को बालामऊ विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है.
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सुरेंद्र कालिया लखनऊ का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और अभी हाल ही में माफिया अभय सिंह के इशारे पर खुद पर गोली चलवा कर माफिया धनंजय सिंह को फंसाने के मामले में चर्चा में आया था. सुरेंद्र कालिया जिला पंचायत का सदस्य रह चुका है और जन अधिकार मंच के टिकट पर बालामऊ विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुका है,जिसमें उसे करारी हार झेलनी पड़ी थी.
कांग्रेस उम्मीदवारों की कल जारी की गई तीसरी लिस्ट में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 89 प्रत्याशी घोषित किए गए हैं, जिसमें से 37 टिकट महिलाओं को दिए गए हैं. हरदोई जिले की 8 विधानसभा सीटों में 5 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने बालामऊ विधानसभा क्षेत्र से सुरेंद्र कालिया,गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र से सुनीता देवी, सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र से राजवर्धन सिंह राजू,हरदोई सदर विधानसभा क्षेत्र से आशीष कुमार सिंह और सांडी विधानसभा क्षेत्र से आकांक्षा वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है. वही संडीला शाहाबाद और बिलग्राम मल्लावां विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ने अभी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है.
सुरेंद्र कालिया का पुराना आपराधिक इतिहास
बालामऊ विधानसभा क्षेत्र से घोषित उम्मीदवार सुरेंद्र कालिया का पुराना आपराधिक इतिहास है. 13 जुलाई 2020 को आलमबाग थाने में सुरेंद्र कालिया ने बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कराया था. इस मामले की जांच जब पुलिस ने शुरू की तो पता चला कि सुरेंद्र कालिया ने माफिया पूर्व विधायक अभय सिंह के इशारे पर धनंजय सिंह को फंसाने के लिए खुद पर हमले की साजिश रची थी. इस मामले के सामने आने के बाद सुरेंद्र कालिया परिवार सहित फरार हो गया था.
लखनऊ के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज
इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 50 हजार का इनाम भी रखा गया था. अवैध पिस्टल रखने के आरोप में कोलकाता पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था.लखनऊ पुलिस कई महीनों की अदालती कार्यवाही के बाद उसे लखनऊ लेकर आई थी. जेल जाने के बाद सुरेंद्र कालिया जमानत पर छूट गया था. सुरेंद्र कालिया के खिलाफ लखनऊ के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज है.
2017 में लड़ा था चुनाव
सुरेंद्र कालिया विकासखंड कछौना से जिला पंचायत का सदस्य रह चुका है. उसकी पत्नी भी जिला पंचायत की सदस्य रह चुकी है. 2017 में सुरेंद्र कालिया ने जन अधिकार मंच के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें उसे करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी और उसकी जमानत तक जब्त हो गई थी. ऐसे में लखनऊ के हिस्ट्रीशीटर अपराधी पर कांग्रेस पार्टी ने दांव लगाया है और उसे अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
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