Hardoi: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान पर सपा नेता स्वामी प्रसाद ने बोला हमला, कही ये बात
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Hardoi: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान पर सपा नेता स्वामी प्रसाद ने बोला हमला, कही ये बात

Hardoi News;  सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र शास्त्री पर हमला बोला है. उन्होंने नई संसद के उद्घाटन और दो हजार को लेकर भी बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया.

Hardoi: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान पर सपा नेता स्वामी प्रसाद ने बोला हमला, कही ये बात

आशीष द्विवेदी/हरदोई: हरदोई जिले में सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र शास्त्री पर हमला बोला है. सपा नेता ने कहा जो लोग हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं, वह देश को फिर से बंटवारे की ओर ले जा रहे हैं यानी देश को फिर से बांटने का बीज बो रहे हैं. हिंदू राष्ट्र की मांग करना संविधान और राष्ट्र विरोधी है. उन्होंने नई संसद के उद्घाटन और दो हजार के नोट बलदलने में नियम शिथिल करने को लेकर बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया.

पं. धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान पर कही ये बात
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर द्वारा हिंदू राष्ट्र के बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, कभी भारत में नेपाल भी था, अफगानिस्तान भी था, पाकिस्तान की पैदावार नहीं थी और ना ही बांग्लादेश था. कभी भारत की सीमा इराक और ईरान तक जाती थी. ऐसे ही षड्यंत्रकारी समय-समय पर देश को बांटने के लिए काम किए हैं. आज जब भारतीय संविधान कहता है कि हम पंथनिरपेक्ष राष्ट्र की कल्पना करते हैं. हमारे देश की संस्कृति है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब आपस में भाई भाई की है. 

उन्होंने आगे कहा, वसुदेव कुटुंबकम का संदेश इसी भारत भूमि से पूरी दुनिया में गया तो हम एक वर्ग जाति विशेष के नाम पर देश को बांटने का अपराध नहीं कर सकते. जो लोग हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं वह देश को फिर से बंटवारे की ओर ले जा रहे हैं. यानी देश को फिर से बांटने का बीज बो रहे हैं. हिंदू राष्ट्र की मांग करना संविधान विरोधी बात है, राष्ट्र विरोधी बात है. इसलिए जो भी राष्ट्र विरोधी बात करता है संविधान विरोधी बात करता है वह देश का हितैषी नहीं है.

'राष्ट्रपति करें नई संसद का उद्घाटन'
प्रधानमंत्री द्वारा नयी संसद के उद्घाटन के सवाल पर कहा, सही बात तो पद गरिमा के मुताबिक नयी पार्लियामेंट का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति के कर कमलों द्वारा ही होना चाहिए. साथ ही साथ माननीय प्रधानमंत्री जी सदन के नेता हैं लेकिन दोनों पार्टियों के संयुक्त अधिवेशन को जब संबोधित करना होता है तो महामहिम राष्ट्रपति जी उसको संबोधित करती हैं, इसलिए संवैधानिक मर्यादा , मान्यता परंपरा के आधार पर संसद का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिए.

'2 हजार का नोट जारी करने का निर्णय गलत'
2000 के नोट को लेकर मौर्य ने कहा, यह भाजपा का गलत निर्णय था जो उसने 2 हजार रुपये का नोट जारी किया था. साथ ही यह जानबूझकर के अपने चाहतों को काला धन का लाभ पहुंचाने, भ्रष्टाचार के माध्यम से और मोटा करने के लिए 2 हजार रुपये के नोट जारी किए गए थे. जब उनका काम हो गया तो आज उनको खत्म कर रहे हैं. भाजपा की करेंसी नीति और 2 हजार का नोट जारी करने का निर्णय बिल्कुल गलत था. 

ओपी राजभर पर साधा निशाना
ओपी राजभर को दगा कारतूस बताने और उस पर राजभर के भगोड़ा कहने पर मौर्य ने कहा, हमें कोई रिएक्शन नहीं है. चूंकि उन्होंने कहा था कि अगर अखिलेश यादव जी और सोनिया जी, मायावती जी सब एक हो जाएं तो हम उनके पास चले आएंगे तो जब वह छोड़ कर चले गए हैं तो वह आने का सपना क्यों देख रहे हैं. आप भाजपा की गोदी में हैं तो वहां रहकर वह खुश रहें. उनके जाने का हमें कोई मलाल नहीं है लेकिन उन्होंने जो किया पूरे प्रदेश ने देखा. 

'बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष का साथ आना जरूरी'
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विपक्षी एकता को कारगर बनाने के लिए लगातार प्रयास में लगे हुए हैं. अभी विपक्षी एकता को धार देने के लिए हम प्रारंभिक प्रक्रिया में चल रहे हैं. हमारा मकसद है देश को बचाने के लिए लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को बचाने के लिए 2024 पार्लियामेंट चुनाव में भाजपा की विदाई करना. इसलिए सभी विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने का प्रयास जारी है, आगे-आगे देखिए अंतिम स्वरूप क्या बनता है. 

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