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हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम (Chardham yatra) की पैदल आवाजाही के दौरान यात्रियों को सावधानी बरतनी जरूरी है. चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री धाम से होती है. जानकी चट्टी से यमुनोत्री (Yamunotri) तक छह किलोमीटर का पैदल मार्ग है, जो बेहद ही जोखिम भरा है. इस पैदल मार्ग पर करीब पांच किलोमीटर का हिस्सा भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने डर बना रहता है. इसके अलावा मानसून के मौसम में यह ख़तरा चार गुना हो जाता है.
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बड़ी संख्या में श्रद्धालु करने आ रहे दर्शन
उत्तरकाशी में चार धाम की यात्रा पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार यमुनोत्री धाम में अभी तक लगभग 282857 और गंगोत्री धाम में 312422 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. लेकिन,यमुनोत्री धाम के पैदल यात्रा रूट जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम 4.50 किलोमीटर पैदल मार्ग की स्थिति काफी खराब है. पैदल यात्रा मार्ग में कीचड़ ही कीचड़ और फिसलन भरा है साथ ही जगह जगह गड्ढे हैं इसके अलावा पैदल मार्ग लगी रेलिंग भी कई जगहों पर टूट हुई है, जिस कारण यात्रियों को पैदल यात्रा करने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
चूक बन सकती हो समस्या का कारण
बमुश्किल यमुनोत्री मार्ग पर यात्रा करने वाले श्रधालुओं ने बताया कि ख़राब रास्ते के कारण यहां पर चलना दुश्वार हो रहा है. इस मार्ग पर घोड़े से चलना भी खतरे से खाली नहीं है. यहां पर छोटी सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है. वहीं यात्रिओं ने जिला प्रशासन से यमुनोत्री पैदल मार्ग को दुरुस्त करने की मांग की है. इसके बाद आपदा प्रबंधन अधिकारी का कहना है कि यमुनोत्री यात्रा के सेक्टर मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट ली जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद संबंधित विभाग को खराब पैदल मार्ग को ठीक करवाने के निर्देश दिए जाएंगे.
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