Mission Purvanchal : उत्तर प्रदेश भाजपा ने सभी 80 लोकसभा सीटों पर 2024 में कब्जा जमाने की रणनीति को धार देनी शुरू कर दी है. पूर्वांचल के गाजीपुर से हुंकार भरी गई है. वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव पदयात्रा पर निकलेंगे. बसपा और सुभासपा की तैयारी भी तेज हो गई हैं.
Trending Photos
BJP Mission Purvanchal :बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने दूसरे कार्यकाल के 400 दिन बचे होने को लेकर तैयारियों में जुट जाने का बयान क्या दिया, सियासी पारा गरम हो गया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP Chief JP Nadda ) का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ने पर भी मुहर लगी और पूर्वांचल के गाजीपुर जिले में नड्डा की सीएम योगी आदित्यनाथ नाथ और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के साथ हुई रैली से सियासी माहौल गरमा गया. इससे यूपी की 80 सीटों के मिशन 80 की तैयारियों के बीच मिशन 26 पर बहस गरमा गई है.
पूर्वांचल की इन 26 सीटों पर बीजेपी ने दूसरे दलों का पछाड़ने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. 2019 में बीजेपी मऊ, घोसी, संभल, मुरादाबाद, गाजीपुर, संभल, मैनपुरी, रायबरेली अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, लालगंज, जौनपुर जैसी सीटें हार गई थी. लोकसभा की पूर्वांचल में 26 सीटों से बीजेपी गठबंधन को 19 सीटें मिली थीं. पूर्वांचल की बेल्ट में सोशल इंजीनियरिंग का काफी प्रभाव देखा जाता है. दलितों के अलावा मुस्लिम यादव बेल्ट के तौर पर भी आजमगढ़, गाजीपुर जैसे जिले आते हैं.
बीजेपी प्रवक्ता संजय चौधरी का कहना है कि बीजेपी पूर्वांचल समेत उत्तर प्रदेश के हर क्षेत्र के लिए बूथस्तर से तैयारियों में जुटी है. आने वाले दिनों में बीजेपी के अन्य बड़े नेताओं के यूपी दौरे होंगे. इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दौरा शामिल है. पूर्वांचल में बीजेपी इस बात से भी उत्साहित है कि अपना दल और निषाद पार्टी जैसे दल उसके साथ खड़े हैं.
सपा प्रवक्ता कीर्तिनिधि पांडेय का कहना है कि मिशन 2024 के लिए बहुत समय है. कौन किसके साथ है, ये अभी नहीं कहा जा सकता है. अखिलेश यादव की अगुवाई में सपा की सीटें बढ़ी हैं. सपा प्रमुख जल्द ही प्रदेश की सभी 80 सीटों के लिए पदयात्रा पर निकलेंगे.
सुभासपा नेता जैनेंद्र अर्कवंशी का गठबंधन को बनते बिगड़ते रहते हैं. बीजेपी को 126 से 115 सीटें मिली थीं. जब सपा के साथ तो उसे 17 की जगह 48 सीटें मिली थीं.ऐसे में राजभर समुदाय समेत पिछड़ा वोट जिस तरह जाएगा, उसे माइलेज मिल सकता है.