आजमगढ़: बायोमैट्रिक क्लोनिंग से कर देते थे अकाउंट खाली, ऐसे पुलिस ने किया गिरफ्तार
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आजमगढ़: बायोमैट्रिक क्लोनिंग से कर देते थे अकाउंट खाली, ऐसे पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस ने रिर्पोट दर्ज कर जांच शुरू कि तो पता चला कि बिलरियागंज थाना क्षेत्र के पटवध कौतूक गांव निवासी दो युवक स्पाई कैमरे के माध्यम से ग्राहक सेवा केंद्र पर आए लोगों के अंगूठे के निशान की बायोमैट्रिक क्लोनिंग करते है. वे लोगों के आधार कार्ड के जरिए उनके बैंक अकाउंट से पैसा गायब कर दिया करते थे. 

आजमगढ़: बायोमैट्रिक क्लोनिंग से कर देते थे अकाउंट खाली, ऐसे पुलिस ने किया गिरफ्तार

वेदेंद्र प्रताप शर्मा/आजमगढ़: ग्राहक सेवा केंद्रों (Customer Service Centers) पर स्पाई कैमरा (spy camera) से लोगों के अंगूठे की छाप लेकर उसकी बायोमैट्रिक क्लोनिंग (Biometric Cloning) करने वाले 2 शातिर साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये अपराधी आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के माध्यम से लोगों के बैंक खातों से लाखों रुपये निकालने निकाल चुके है. पुलिस ने उनके कब्जे से बने हुए क्लोन फिंगर प्रिंट और फिंगर प्रिन्ट बनाने के उपकरण बरामद किए है. 

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क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने आजमगढ़ जिले में बायोमैट्रिक क्लोनिंग कर खाते से पैसा निकालने वाले 2 साइबर अपराधी को उकारा गांव से गिरफ्तार किया. पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ट्रैफिक ने बताया कि रौनापार थाना क्षेत्र के चालाकपुर गांव निवासी मनोज कुमार सोनकर ने बीते 23 नवंबर को साइबर थाने में रिर्पोट दर्ज कराई. रिपोर्ट के मुताबिक आधार कार्ड के माध्यम से उनके आइसीआइसीआई खाते से किसी ने अंगूठा लगाकर 1 लाख 77 हजार रुपये निकाल लिए है. 

अपराधी इस तरह देते थे घटना को अंजाम
पुलिस ने रिर्पोट दर्ज कर जांच शुरू कि तो पता चला कि बिलरियागंज थाना क्षेत्र के पटवध कौतूक गांव निवासी दो युवक स्पाई कैमरे के माध्यम से ग्राहक सेवा केंद्र पर आए लोगों के अंगूठे के निशान की बायोमैट्रिक क्लोनिंग करते है. वे लोगों के आधार कार्ड के जरिए उनके बैंक अकाउंट से पैसा गायब कर दिया करते थे. एसपी ट्रैफिक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त गुजरात, यूपी में आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर समेत अन्य जिलों में लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुके है.

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बरामद उपकरण 
पुलिस ने इनके पास से 2 लैपटाप, क्लोनिंग मशीन, मोबाइल के साथ भारी मात्रा में अन्य उपकरण बरामद किए है. अभियुक्तों ने अब तक करीब 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी और 50 से अधिक क्लोन भी किए है जिनकी जांच की जा रही है. इनके पास से 13 हजार 400 रुपये नगद बरामद किया है.

क्या है आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम?
एईपीएस, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा विकसित एक सिस्टम है जो लोगों  को आधार नंबर और उनके फिंगरप्रिंट/आईरिस स्कैन की मदद से वैरिफिकेशन करके माइक्रो-एटीएम के जरिए फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की परमिशन देता है. इस ट्रांजेक्शन के लिए अपने बैंक अकाउंट की जानकारी देने की ज़रूरत नहीं होती. इस सिस्टम से लोग अपने आधार नंबर के माध्यम से एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक में पैसों का आदान- प्रदान कर सकते हैं. इस ट्रांजेक्शन को अधिकृत करने के लिए खाताधारक के फ्रिंगरप्रिंट की जरूरत होती है.

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