विधानसभा में जातीय जनगणना को लेकर अखिलेश यादव और ओपी राजभर की हुई नोकझोंक, सदन में लगे जमकर ठहाके
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विधानसभा में जातीय जनगणना को लेकर अखिलेश यादव और ओपी राजभर की हुई नोकझोंक, सदन में लगे जमकर ठहाके

Akhilesh Yadav vs Om Prakash Rajbhar: उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को अखिलेश यादव और ओपी राजभर के बीच जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर मजेदार बातचीत हुई. अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना की बात कही तो ओपी राजभर ने उनपर सवाल खड़े किए. इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ कि अखिलेश समेत सदन में मौजूद सभी लोग ठहाके लगाने लगे. 

Akhilesh Yadav vs Om Prakash Rajbhar

Akhilesh Yadav vs Om Prakash Rajbhar: उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने जातीय जनगणना (Caste Census) का मुद्दा उठाया. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि हम सब जातीय जनगणना चाहते हैं. इसके बिना हमारी आबादी, हिस्सेदारी नहीं पता चलेगी. ऐसे में आप कैसे सबका विश्वास जीतेंगे. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के बिना विकास अधूरा रहेगा. सबका साथ सबका विकास बिना जाति जनगणना के संभव नहीं है. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष की सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) और मंत्री संजय निषाद (Minister Sanjay Nishadh) से नोकझोंक हो गई.  

अखिलेश यादव से क्या बोले ओपी राजभर? 
जातीय जनगणना की मांग कर रहे अखिलेश यादव सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने टोक दिया. उन्होंने पूछा कि जब आपकी  सरकार थी तो जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई. ओपी राजभर के टोकते ही अखिलेश का पारा चढ़ गया. उन्होंने तुरंत उनसे पूछा कि आप किस पार्टी के नेता हैं. किस पक्ष के साथ हैं. आप जातीय गणना चाहते हैं कि नहीं. इस पर ओपी राजभर ने कहा कि हम जातीगत जनगणना चाहते हैं, लेकिन आपने ऊधर से भगा दिया हमको. अपने साथ से. इस पर अखिलेश यादव ने बोला कि यह हमारी आपकी बात है. इस पर बाद में बात हो जाएगी, लेकिन आप बताइये कि जातीगत जनगणना चाहते हैं? इस पर राजभर ने बोला कि 100 प्रतिशत चाहते हैं. 

संजय निषाद से भी हुई बहस 
अखिलेश यादव सदन में बैठे नेताओं के बीच अपने समर्थकों को गिनाने की कोशिश कर रहे थे कि इसी बीच उन्होंने योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद की ओर इशारा किया. जिस पर संजय निषाद ने जवाब देने की कोशिश की. हालांकि इससे पहले कि वह कुछ ज्यादा बोल पाते स्पीकर ने उन्हें रोक दिया. उन्होंने कहा कि अभी अखिलेश जी को ही बोलने दिया जाए. अखिलेश ने संजय निषाद की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम जानते हैं कि आप जातीय गणना चाहते हैं और सौ प्रतिशत चाहते हैं. मैं जानता हूं कि वो दिल से समर्थन कर रहे हैं बस साथ उनके हैं. अखिलेश ने आगे कहा कि उनके दिल पर क्या गुजर रही है वह जानते हैं. हम दोनों इंजीनियर हैं और एक इंजीनियर दूसरे इंजीनियर को बढ़िया से समझते हैं. अखिलेश ने कहा कि अपना दल भी यही चाहता है. वह भी जातीय गणना चाहता है. हालांकि उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया. 

जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं हो सकती?- अखिलेश
अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि सहयोगी दल अपना दल, रालोद भी जाति जनगणना चाहते हैं. इसके अलावा भी कई दल इसके पक्ष में हैं. नेता प्रतिपक्ष ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं हो सकती? दक्षिण भारत के बड़े नेता भी ऐसा ही चाहते हैं. हमारी मांग है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए. आप अगर जातीय जनगणना के खिलाफ हैं तो आउटसोर्सिंग के खिलाफ क्यो नहीं है. बजट में आप डेटा सेंटर बना रहे हैं तो फिर क्यों जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए. 

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