Navratri 2023 Maa Durga Aarti: नवरात्रि पर हर दिन करें मां दुर्गा की आरती, इसके बिना अधूरी मानी जाती है देवी मां की पूजा
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Navratri 2023 Maa Durga Aarti: नवरात्रि पर हर दिन करें मां दुर्गा की आरती, इसके बिना अधूरी मानी जाती है देवी मां की पूजा

Navratri 2023 Maa Durga Arti नवरात्रि के दौरान रोजाना मां दुर्गा की आरती करने से देवी मां के आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि का आती है. इस आर्टिकल में हम मां दुर्गा की सबसे प्रचलित आरती लेकर आए हैं. पढिए मां अंबे की आरती

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Navratri 2023 Maa Durga Aarti: (जय अम्बे गौरी, मैय्या जय श्यामा गौरी आरती):  आज यानी 22 मार्च से नवरात्रि के पावन पर्व शुरू हो गए हैं. नवरात्रि में मां के नौ स्‍वरूपों की पूजा की जाती है. पूजा के दौरान कई मंत्रों का जाप किया जाता है. साथ ही आरती की जाती है. मान्‍यता है क‍ि आरती के ब‍िना मां की पूजा पूरी नहीं होती है. ऐसे में अगर आपके पास आरती संग्रह की पुस्तक नहीं है तो परेशान ना हों. हम आपके लिए मां दुर्गा की सबसे प्रचलित आरती "जय अम्बे गौरी, मैय्या जय श्यामा गौरी"  देख सकते हैं.

मां दुर्गा की आरती इस प्रकार है- 

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशिदिन ध्.वत, हरि ब्रह्मा शिवरी।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

मांग सिंदूर विराजत, टीको जगमद को।
उज्जवल से दो नैना चन्द्रवदन नीको।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै।
रक्तपुष्प गल माला, कण्ठन पर साजै।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी।
सुर-नर-मुनि-जन सेवत, तिनके दुखहारी।।
ओम जय अम्बे गौरी

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती
कोटिक चन्द्र दिवाकर, सम राजत ज्योति।।
ओम जय अम्बे गौरी।

शुंभ निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाती।
धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे।
मधु-कैटव दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

ब्रम्हाणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी।
आगम निगम बखानी, तुम शव पटरानी।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

चौंसठ योगिनी मंगल गावत, नृत्य करत भैरों।
बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

तुम ही जग की माता, तुम ही भरता।
भक्तन की दुख हरता सुख संपत्ति करता।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

भुजा चार अति शोभित, खडग खप्पर धारी।
मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी।।
ओम जय अम्बे गौरी।

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती।
श्रीमालकेतु में राजत कोटि रतन ज्योति।।
ओम जय अम्बे गौरी।।

श्री अम्बेजी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, सुख संपति पावे।।
ओम जय अम्बे गौरी।।
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.

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