मऊ कोर्ट में मुख्तार की मांग- 'फीजियोथेरेपी की सुविधा मिले, तबीयत सही नहीं रहती'
Advertisement

मऊ कोर्ट में मुख्तार की मांग- 'फीजियोथेरेपी की सुविधा मिले, तबीयत सही नहीं रहती'

अंसारी के वकील दारोगा सिंह ने बात रखी कि उसे ब्लड प्रेशर, शुगर, हाईपरटेंशन और कमर दर्द की दिक्कत है. इसलिए वकील ने कोर्ट से निवेदन किया था कि मुख्तार अंसारी को कुछ सुविधाएं दी जाएं.

मऊ कोर्ट में मुख्तार की मांग- 'फीजियोथेरेपी की सुविधा मिले, तबीयत सही नहीं रहती'

मऊ: यूपी के मऊ विधायक और बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी को मऊ कोर्ट में पेश किया गया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उसकी पेशी हुई. बता दें, ये सुनवाी फर्जी पते पर आर्म्स लाइसेंस बनवाने के मामले में हुई थी. इस दौरान अंसारी ने मांग रखी है कि उसकी तबीयत खराब है और उसे फिजियोथिरेपी की जरूरत है. उसने कहा है कि इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिया हुआ है.

CBSE 12वीं के एग्जाम रद्द होंगे या नहीं? सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई

अंसारी के स्वास्थ्य का दिया हवाला
बाहुबली मुख्तार अंसारी के वकील दारोगा सिंह ने बात रखी कि अंसारी ब्लड प्रेशर, शुगर, हाईपरटेंशन और कमर दर्द से ग्रस्त हैं. इसलिए वकील ने उसको कुछ सुविधाएं देने का निवेदन किया था. हालांकि, बांदा जेल में अंसारी को कूलर और मच्छरदानी दी गई है. 

जानते हैं सरकारी कामों में तहसीलदार, लेखपाल और कोतवाल का क्या होता है रोल? जानें यहां

एक बार ही मिली फीजियोथेरेपी
बता दें, के वकील ने मीडिया को बताया है कि जबसे अंसारी रोपड़ जेल से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया है, तबसे उसे एक ही बार फीजियोथेरेपी की सुविधा दी गई है. ऐसे में वकील दारोगा सिंह ने ऑनलाइन आवेदन दाखिल कर फीजियोथेरेपी की बात दोहराई है. 

क्या आप भी होते हैं रेलवे स्टेशन, जंक्शन, टर्मिनल और सेंट्रल में कंफ्यूज? आसान भाषा में समझें यहां

क्या है मामला?
मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों पर मऊ के दक्षिण टोला थाने केस दर्ज हुआ था. दरअसल, मुख्तार ने अपने विधायक लेटर पैड पर कुछ लोगों के लिए आर्म्स लाइसेंस देने की पैरवी की थी. जांच में पता चला कि अंसारी ने जिनके नाम दिए थे उनके पते गलत थे, जिसके बाद मुख्तार के साथ उसके करीबी भी पुलिस की नजर में आ गए थे.

WATCH LIVE TV

Trending news