Agra Acid Attack: एसिड अटैक की शिकार दो महिलाओं में जगी इंसाफ की आस, 20 साल बाद दर्ज हुई FIR, जानें पूरा मामला
Advertisement

Agra Acid Attack: एसिड अटैक की शिकार दो महिलाओं में जगी इंसाफ की आस, 20 साल बाद दर्ज हुई FIR, जानें पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के आगरा में एसिड अटैक (Agra Acid Attack Case) के 20 साल से ज्यादा पुराने दो अलग-अलग मामलों में दो पीड़िताओं को मदद मिली है.

सांकेतिक तस्वीर.

मनीष कुमार गुप्ता/आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में एसिड अटैक (Agra Acid Attack Case) के 20 साल से ज्यादा पुराने दो अलग-अलग मामलों में दो पीड़िताओं को मदद मिली है. दरअसल, हाल ही में सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा (civil society of agra) और छांव फाउंडेशन (Chhaon Foundation) के सदस्यों ने दो एसिड अटैक सर्वाइवर्स लेकर पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों संस्थाओं के अपनी कुछ समस्याएं बताई थीं. इसके साथ ही खुले में आसानी से बिकने वाले तेजाब को लेकर आपत्ति दर्ज करायी थी. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने पुलिस को एसिड अटैक के दोनों मामलों को दर्ज कराने का आदेश दिया था. 

पहला मामला साल 2002 का 
पहला मामला एत्माद्दौला का है. यहां साल 2002 में एक महिला पर एसिड अटैक हुआ था. दरअसल, पीड़िता अपनी बहन ससुराल अलीगढ़ गई थी. 7 सितंबर 2002 को वह सो रही थी, उसी दौरान बहन के देवर ने उस पर एसिड फेंक दिया. जानकारी के मुताबिक, आरोपी पीड़िता से निकाह करना चाहता था, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं थी. इसी बात से खुन्नस खाकर उसने पीड़िता पर तेजाब डाल दिया. एसिड की वजह से पीड़िता का चेहरा बेहद खराब हो गया था. उस वक्त पीड़िता पर आरोपीा के खिलाफ केस न करने का दबाव बनाया गया था. जिसके चलते कोई मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था. हालांकि, अब 21 साल बाद पीड़िता ने हिम्मत दिखाई और इंसाफ पाने के लिए न्याय की गुहार लगाई है. 

यह भी पढ़ें- लखनऊ में PGI और KGMU के ICU बेड फुल, कानपुर में हार्ट अटैक से 16 और मरीजों की मौत

दूसरा मामला वर्ष 1997 का 
दूसरा मामला ताजगंज का है. यहां वर्ष 1997 में मोहल्ला गुम्मट की रहने वाली एक लड़की रोज कॉलेज पढ़ने जाया करती थी. एक दिन कॉलेज से लौटते वक्त एक मनचले ने उस पर एसिड अटैक कर दिया. जानकारी के मुताबिक, मनचला पीड़िता को पसंद करता था और उसे इस बात का पता चल गया था कि उसका रिश्ता कहीं और तय हो गया है. लिहाजा मनचले ने पीड़िता पर एसिड फेंक दिया. जिसकी वजह से पीड़िता का चेहरा पूरी तरह खराब हो गया था. हालांकि, पीड़िता का रिश्ता जिस लड़के के साथ तय हुआ था उसने अपना धर्म निभाते हुए मधु से शादी की. 25 साल बाद इस मामले में ताजगंज थाने में केस दर्ज किया गया है. 

परिस्थितियों और डर के चलते नहीं दर्ज कराया था केस 
वहीं, आगरा पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है. पीड़िताओं ने बताया कि उस दौरान डर और परिस्थितियों के चलते वह मुकदमा दर्ज नहीं करा पाई थीं. एसपी ने दोनों महिलाओं को न्याय दिलाये जाने की बात कही है. 

यह भी पढ़ें- सुहागरात पर दुल्हन की 'गंदे काम' ने पति के उड़ाए होश, रोमांटिक हनीमून प्लान हुआ चौपट

WATCH: जानें कब है सकट चौथ, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त, व्रत महत्व और पूजा विधि

Trending news