KCR की बेटी ने साधा राहुल गांधी पर निशाना, बोलीं- सबको पता है अमेठी की हालत
Advertisement

KCR की बेटी ने साधा राहुल गांधी पर निशाना, बोलीं- सबको पता है अमेठी की हालत

निजामाबाद सांसद कल्वाकुंट्ला कविता ने कहा कि जब राज्य में चुनाव आते हैं, तो राहुल गांधी तेलंगाना से प्यार करने लगते हैं. 

फोटो सौजन्य: ANI

निजामाबाद: तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के चन्द्रशेखर राव की बेटी और निजामाबाद सांसद कल्वाकुंट्ला कविता ने शुक्रवार को राहुल गांधी पर निशाना साधा. कविता ने कहा कि जब राज्य में चुनाव आते हैं, तो राहुल गांधी तेलंगाना से प्यार करने लगते हैं. उन्होंने आगे कहा कि राहुल राज्य में रैली करते हैं और प्रदेश सरकार से पिछले 4 वर्षों में हुए विकास पर सवाल उठाते हैं. उन्होंने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कि आप बीते 15 सालों से अमेठी के सांसद हैं लेकिन, सभी लोग जानते हैं कि अमेठी की क्या हालत है. 

केसीआर ने कमजोर किया आदिवासी अधिकार कानून- राहुल गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (29 नवंबर) को तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव पर वनवासियों को नुकसान पहुंचाने के लिए आदिवासी अधिकार कानून को हल्का करने का आरोप लगाया था. तेलंगाना के आदिवासी क्षेत्र भूपलपल्ली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य में अनुसूचित जनजाति की आबादी के अनुपात में उनके उम्मीदवारों को सरकारी नौकरियों और सरकारी शैक्षिक संस्थानों में दाखिले में आरक्षण देने का वादा किया था.

'पीएम ने केंद्र में आदिवासी विधेयक को कमजोर किया' 
राहुल गांधी ने रैली में कहा,‘प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र में आदिवासी विधेयक को कमजोर किया और केसीआर ने राज्य में इसे हल्का किया. तेलंगाना में हमारी सरकार के गठन के साथ हम सुनिश्चित करेंगे कि आपको आपकी जमीन वापस मिले. हमने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी इसका जिक्र किया है.’ उन्होंने कहा,‘हम आरक्षण भी देंगे जो आपकी आबादी के समानुपातिक होगा.’

यूपीए सरकार कानून लाई जिसने आदिवासियों को काफी लाभ पहुंचाए
अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वनवासी कानून 2006 में पारित किया गया था जब यूपीए सरकार सत्ता में थी. यह कानून वन में रहने वाले समुदायों के अधिकारों से संबंधित है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि मोदी सरकार ने कानून के विभिन्न प्रावधानों को कमजोर किया है. राहुल गांधी ने कहा था कि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार कानून लाई जिसने आदिवासियों को काफी लाभ पहुंचाए. तेलंगाना सरकार पर वन्य भूमि पर खेती के पारंपरिक तरीकों को अवैध घोषित करके कानून को कमजोर करने का आरोप लगता रहा है.

Trending news