Ramcharitmanas Controversy: RSS प्रमुख पर अखिलेश यादव का पलटवार, अब जाति-वर्ण पर पूछ लिया ये सवाल
Advertisement

Ramcharitmanas Controversy: RSS प्रमुख पर अखिलेश यादव का पलटवार, अब जाति-वर्ण पर पूछ लिया ये सवाल

Mohan Bhagwat Statement: जाति पर छिड़े विवाद के बीच नेताओं में वार-पलटवार का खेल जारी है. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के बयान के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जाति-वर्ण को लेकर उनसे सवाल पूछा है.

Ramcharitmanas Controversy: RSS प्रमुख पर अखिलेश यादव का पलटवार, अब जाति-वर्ण पर पूछ लिया ये सवाल

Akilesh Yadav Tweet: रामचरितमानस (Ramcharitmanas) की चौपाई को लेकर विवाद के बीच जाति का मुद्दा जोर-शोर से उठ रहा है. इस बीच, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akilesh Yadav) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) पर निशाना साधा है. मोहन भागवत ने कहा था कि जाति पंडितों ने बनाई है, भगवान ने नहीं बनाई. अब इस पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया है. अखिलेश ने एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्वीट किया और मोहन भागवत से इंसान के सामने जाति-वर्ण की वस्तुस्थिति को लेकर सवाल पूछ लिया है. उधार सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी लगातार हमलावर हैं. आइए जानते हैं कि अखिलेश यादव ने आरएसएस प्रमुख से क्या सवाल किया है.

अखिलेश यादव का भागवत से सवाल

सपा चीफ अखिलेश यादव ने आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'भगवान के सामने तो स्पष्ट कर रहे हैं कृपया इसमें ये भी स्पष्ट कर दिया जाए कि इंसान के सामने जाति-वर्ण को लेकर क्या वस्तुस्थिति है.'

मोहन भागवत का जाति पर बयान

जाति को लेकर छिड़े विवाद पर सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को मुंबई के एक कार्यक्रम में कहा था कि जाति को भगवान ने नहीं, पंडितों ने बनाया है. भ्रम दूर करना जरूरी है. संत रविदास जयंती पर मोहन भागवत ने ये बयान दिया. मोहन भागवत ने ये भी कहा कि हिंदू समाज जिस वर्ण व्यवस्था में बंटा है. दरअसल, उसको भगवान ने नहीं, पंडितों ने बनाया जो कि गलत है. जातिवाद को लेकर हिंदू समाज को भ्रमित किया गया. इसे दूर करना जरूरी है.

स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधा निशाना

वहीं, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरएसएस प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा था कि जाति-व्यवस्था पंडितों की बनाई हुई है. RSS प्रमुख भागवत ने यह कहकर धर्म की आड़ में आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों और महिलाओं को गाली देने वाले तथाकथित धर्म के ठेकेदारों और ढोंगियों की कलई खोल दी. कम से कम अब तो रामचरितमानस से आपत्तिजनक टिप्पणी हटाने के लिए आगे आएं.

भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं

Trending news