क्या लगातार लेट हो रही ट्रेन की स्पीड बढ़ाकर लोको पायलट टाइम कवर कर सकता है?
Shiv Govind Mishra
Oct 25, 2023
भारतीय रेल
भारतीय रेल इस देश की रीढ़ है, उसके बिना देश को इमैजिन ही नहीं किया जा सकता.
ठंड के दिनों में ट्रेन लेट
पर अक्सर जब ट्रेनें दूर की यात्रा पर निकलती हैं, तो लेट हो जाती हैं. ठंड के दिनों में ट्रेनों के लेट होने का सिलसिला और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
लेट ट्रेन
जहां आम दिनों में ट्रेनें 10-15 मिनट या ज्यादा से ज्यादा आधे घंटे लेट होती हैं, वहीं ठंड के दिनों में तो वो 5 घंटे से ज्यादा ही देरी से चलने लगती हैं. प
स्पीड की स्थिति
पर ट्रेन के लेट होने से जुड़ा एक अहम सवाल है जो आपके मन में भी आया होगा, वो ये कि अगर ट्रेन लेट हो जाती है, तो वो आगे भी क्यों देरी से चलती है?
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोरा पर अक्सर लोग अपने सवाल पूछते हैं और आम लोग ही उनके जवाब देते हैं.
ट्रेनों से जुड़ा रोचक सवाल
हाल ही में किसी ने ट्रेनों से जुड़ा एक रोचक सवाल किया जो शायद आपके मन में भी आया होगा- “क्यों एक बार ट्रेन लेट होने पर आगे भी लेट होती जाती है?
लोको पायलट
क्यों लोको पायलट गाड़ी की स्पीड बढ़ा कर देरी को मेकअप नहीं कर लेता?” आपने भी ये गौर किया होगा कि अगर ट्रेन एक बार लेट हो गई, तो फिर वो लेट होती ही चली जाती है. चलिए पहले बताते हैं कि लोगों ने क्या उत्तर दिया है.
कोरा पर जवाब
कोरा पर एक व्यक्ति ने उत्तर दिया- ट्रेन और बस या ट्रक के संचालन में बहुत अंतर होता है. बस, ट्रक या अन्य वाहन की स्पीड उसके लोको पायलट के स्वविवेक पर निर्भर होती है...
ट्रेन का लोको पायलट
...लेकिन ट्रेन के लोको पायलट के साथ ऐसा नहीं होता है. वह चाहकर भी ट्रेन के लेट होने पर स्पीड बढ़ाकर देरी को मेकअप नहीं कर सकता है.
सेक्शन की स्पीड
दरअसल, ट्रेन को किस सेक्शन में कितनी स्पीड से चलाना है, यह पहले से तय होता है. इसका बकायदा चार्ट भी पायलट को दिया जाता है. इस स्पीड लिमिट के अनुसार ही पायलट को ट्रेन चलाना पड़ता है.
स्पीड लिमिट का उल्लंघन
स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने पर लोको पायलट के खिलाफ रेलवे द्वारा कार्रवाई भी की जाती है.
देरी को मेकअप नहीं कर सकता
यही वजह है कि यदि कोई ट्रेन लेट भी चल रही है तो भी उसका पायलट स्पीड बढ़ाकर देरी को मेकअप नहीं कर सकता.